रिलायंस-बीपी की निवेश योजना को मंजूरी
नयी दिल्ली : रिलायंस इंडस्टरीज लिमिटेड (आरआईएल) और उसके भागीदार बीपी पीएलसी को केजी-डी6 ब्लॉक में आर-श्रृंखला के गैस क्षेत्र में 3.18 अरब डालर की निवेश योजना को मंजूरी मिल गई है.आरआईएल-बीपी ने केजी-डी6 ब्लॉक के आसपास के क्षेत्रों में जल्दी ही उत्पादन शुरु करने की योजना बनाई है ताकि क्षेत्र से उत्पादन में आई […]
नयी दिल्ली : रिलायंस इंडस्टरीज लिमिटेड (आरआईएल) और उसके भागीदार बीपी पीएलसी को केजी-डी6 ब्लॉक में आर-श्रृंखला के गैस क्षेत्र में 3.18 अरब डालर की निवेश योजना को मंजूरी मिल गई है.आरआईएल-बीपी ने केजी-डी6 ब्लॉक के आसपास के क्षेत्रों में जल्दी ही उत्पादन शुरु करने की योजना बनाई है ताकि क्षेत्र से उत्पादन में आई कमी को दूर करने में मदद मिल सके.
इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों के मुताबिक तेल खोज क्षेत्र के नियामक हाइड्रोकार्बन महानिदेशक (डीजीएच) की अध्यक्षता वाली प्रबंधन समिति ने आरआईएल और इसके भागीदार बीपी पीएलसी और निको रिसोर्सेज को 13 साल के लिए डी-34 से प्रतिदिन 1.3-1.5 करोड़ घन मीटर गैस उत्पादन योजना को मंजूरी दी है.
डी-34 से नियोजित उत्पादन धीरुभाई-एक और तीन (डी1 और डी3) गैस क्षेत्र और केजी-डी6 ब्लॉक के एमए क्षेत्र के संयुक्त उत्पादन के बराबर है. डी-34 में 2,200 अरब घन फुट गैस भंडार है.
आरआईएल जो केजी-डी6 ब्लॉक में 60 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इस ब्लॉक का परिचालक है, ने 30 जनवरी को हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) को डी-34 के लिए क्षेत्र विकास योजना (एफडीपी) सौंपी थी.सूत्रों ने बताया कि डीजीएच ने जांच के बाद उत्पादन योग्य गैस भंडार का अनुमान घटाकर 1,191 अरब घन फुट कर दिया जबकि परिचालक ने 1,413 अरब घन फुट भंडार का अनुमान जाहिर किया था. हालांकि, आरआईएल ने उत्पादन का उच्चतम स्तर 1.49 करोड़ घन मीटर होने का अनुमान जाहिर किया था जबकि डीजीएच ने इसे घटाकर 1.29 करोड़ घन मीटर कर दिया.
धीरभाई 34 यानी डी 34 गैस खोज केजी बेसिन डी6 के दक्षिणी हिस्से में हुई और इसे मई 2007 में अधिसूचित किया गया. प्रबंधन समिति ने नवंबर 2011 में इसे वाणिज्यिक लिहाज से वहनीय घोषित किया.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.