रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स का बयान, भारत में लाल फीताशाही से निवेश हुआ बाधित
मुंबई : वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (एस एंड पी) ने कहा है कि भारत में नीति के मामले में गतिरोध तथा लाल फीताशाही के कारण निवेश बाधित हुआ है. एशिया की तीन उभरती अर्थव्यवस्था का अध्ययन करने वाली रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत में अलग परिदृश्य है जहां कंपनी आय स्थिर हो […]
मुंबई : वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (एस एंड पी) ने कहा है कि भारत में नीति के मामले में गतिरोध तथा लाल फीताशाही के कारण निवेश बाधित हुआ है.
एशिया की तीन उभरती अर्थव्यवस्था का अध्ययन करने वाली रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत में अलग परिदृश्य है जहां कंपनी आय स्थिर हो गयी जबकि कर्ज लगातार बढ रहा है तथा निवेश में गिरावट आयी है.
स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने कहा ‘हमारा मानना है कि नीति गतिरोध तथा प्रशासनिक लाल फीताशाही से निवेश बाधित हुआ है. अब चुनौती मौजूदा संपत्ति की आय की संभावना को खोलने की है.’ कुछ दिन पहले ही एजेंसी ने आगाह करते हुए कहा था कि राजकोषीय मामले में कमजोरी से भारत का ‘सोवरेन रेटिंग प्रोफाइल’ कमजोर बना हुआ है.
एस एंड पी ने स्थिर परिदृश्य के साथ सबसे निम्न स्तर की निवेश रेटिंग. बीबीबी दी हुई है जो कबाड (जंक) रेटिंग से एक ही पायदान उपर है.
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