एयरटेल ने टोल फ्री प्लेटफार्म का किया बचाव, कहा सभी वेबसाइट, कंटेंट या एप्लिकेशन के साथ होगा समान बर्ताव
नयी दिल्ली : इंटरनेट निरपेक्षता को लेकर पिछले हफ्ते से हो रहे जोरदार विवादों के घेरे में आयी भारती एयरटेल ने आज कहा कि वह सभी वेबसाइटों व एप्लिकेशंस के साथ समान बर्ताव करेगी, बेशक वे उसके टोल फ्री प्लेटफार्म पर हैं या नहीं. पिछले सप्ताह पेश एयरटेल-जीरो एक खुला बाजार मंच है, जिसमें उपभोक्ताओं […]
नयी दिल्ली : इंटरनेट निरपेक्षता को लेकर पिछले हफ्ते से हो रहे जोरदार विवादों के घेरे में आयी भारती एयरटेल ने आज कहा कि वह सभी वेबसाइटों व एप्लिकेशंस के साथ समान बर्ताव करेगी, बेशक वे उसके टोल फ्री प्लेटफार्म पर हैं या नहीं.
पिछले सप्ताह पेश एयरटेल-जीरो एक खुला बाजार मंच है, जिसमें उपभोक्ताओं को कुछ मोबाइल एप्स तक मुफ्त में पहुंच की सुविधा होती है. इसके शुल्क का बोझ एप्प बनाने वाली कंपनियां उठाती हैं.
नेट निरपेक्षता की अवधारणा का उल्लंघन करने के लिए कंपनी पर सोशल मीडिया में जमकर हमला बोला गया था. भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (भारत व दक्षिण एशिया) गोपाल विट्टल ने कर्मचारियों को भेजे पत्र में कहा है,‘पिछले कुछ दिन के दौरान आपको एयरटेल जीरो पर काफी बहस देखने को मिली है. इसे ऐसे पेश किया जा रहा है कि जैसे हम नेट निरपेक्षता का उल्लंघन कर रहे हैं. हम मीडिया और सोशल मीडिया में इस बारे में कुछ हलकों से भेजी जा रही गलत सूचना को लेकर चिंतित हैं.’
विट्टल ने कहा ‘मैं इस अवसर का लाभ स्थिति साफ करने के लिए उठाना चाहता हूं. हम पूरी तरह नेट निरपेक्षता के पक्ष में हैं.’ उन्होंने कहा कि यह प्लेटफार्म सभी एप डेवलपर्स, कंटेंट प्रदाताओं और इंटरनेट साइटों को समानता के आधार पर उपलब्ध है और सभी को समान रेट कार्ड की पेशकश की जा रही है.
विट्टल ने कहा ‘इसमें और टोल फ्री वॉयस मसलन 1-800 में कोई अंतर नहीं है.’ उन्होंने कहा कि सभी वेबसाइट, कंटेंट या एप्लिकेशन के साथ उसके नेटवर्क पर समान बर्ताव किया जाएगा, बेशक वे टोल फ्री प्लेटफार्म पर हैं या नहीं.
विट्टल ने कहा कि कंपनी के रूप में हम किसी वेबसाइट को ब्लॉक नहीं करते हैं न ही उसे अलग रफ्तार की पेशकश करते हैं. हमने ऐसा कभी नहीं किया है और न ही ऐसा करेंगे. हमारा मानना है कि हम इस कारोबार में उपभोक्ताओं की ही वजह से हैं.
देश की सबसे बडी दूरसंचार कंपनी के प्रमुख ने कहा कि हालांकि जानबूझकर कुछ लोगों को असमंजस में डालने का प्रयास किया जा रहा है.
एयरटेल द्वारा मार्केटिंग प्लेटफार्म की घोषणा के बाद नेट निरपेक्षता को लेकर बहस तेज हो गई है. सोशल मीडिया पर इसको लेकर हमले के बाद ई-कामर्स क्षेत्र की कंपनी फ्लिपकार्ट एयरटेल जीरो से निकल गई है.
इस बीच, क्लियरट्रिप, एनडीटीवी व टाइम्स ग्रुप फेसबुक के इंटरनेट.ओआरजी प्लेटफार्म से बाहर निकल गई हैं, जिसमें रिलायंस कम्युनिकेशन भागीदार है.
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