विमान ईंधन पर कर घटाने के लिए राज्यों को राजी करते रहेंगे : नागर विमानन मंत्रालय

नयी दिल्ली: नागर विमानन मंत्रालय ने आज कहा कि वह विमान ईंधन पर करों में कमी लाने के लिए राज्य सरकारों को राजी करने का प्रयास जारी रखेगा ताकि नकदी के संकट से जूझ रही विमानन कंपनियों को कुछ राहत मिल सके. विमानन कंपनियां इस समय रुपये में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2013 8:06 PM

नयी दिल्ली: नागर विमानन मंत्रालय ने आज कहा कि वह विमान ईंधन पर करों में कमी लाने के लिए राज्य सरकारों को राजी करने का प्रयास जारी रखेगा ताकि नकदी के संकट से जूझ रही विमानन कंपनियों को कुछ राहत मिल सके.

विमानन कंपनियां इस समय रुपये में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की मार से ग्रस्त हैं.

उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा यहां विमानन क्षेत्र पर आयोजित सम्मेलन में नागर विमानन सचिव के.एन. श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ एटीएफ (एविएशन टरबाइन फ्यूल) की कीमतों में बढ़ोतरी का विमानन कंपनियों पर असर पड़ेगा. हम राज्य सरकारों से एटीएफ पर लगने वाले करों में कमी करने की गुजारिश करते रहे हैं.’’

उद्योगपतियों एवं विशेषज्ञों ने विमानन उद्योग की बढ़ती परिचालन लागत पर चिंता व्यक्त की और उद्योग को किराया घटाने की होड़ में शामिल होने से बचने की हिदायत दी क्योंकि इस कदम से उनका मुनाफे पर और असर पड़ेगा. श्रीवास्तव ने कहा कि जहां झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और मध्य प्रदेश की सरकारों ने विमान ईंधन पर करों में कमी की है, ‘‘ हम अन्य राज्यों से भी ऐसा कदम उठाने का आग्रह कर रहे हैं और ऐसा करने पर हमने उन्हें कनेक्टिविटी बढ़ाने का आश्वासन दिया है.’’

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