अगले तीन साल में आभूषणों के 80 नये शो-रूम खोलेगी एमएमटीसी
नयी दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की खनिज एवं धातु व्यापार निगम लिमिटेड (एमएमटीसी) अगले तीन साल में अपना व्यापार तेजी से बढ़ाने पर विचार कर रही है. इसके तहत कंपनी देशभर में अपने खुद के और एमएमटीसी- गीतांजलि संयुक्त उद्यम के जरिये सोने के सिक्के, रत्न एवं आभूषणों के कुल 80 शो-रूम खोलेगी. एमएमटीसी के अध्यक्ष […]
नयी दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की खनिज एवं धातु व्यापार निगम लिमिटेड (एमएमटीसी) अगले तीन साल में अपना व्यापार तेजी से बढ़ाने पर विचार कर रही है.
इसके तहत कंपनी देशभर में अपने खुद के और एमएमटीसी- गीतांजलि संयुक्त उद्यम के जरिये सोने के सिक्के, रत्न एवं आभूषणों के कुल 80 शो-रूम खोलेगी.
एमएमटीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक वेद प्रकाश ने कहा ‘एमएमटीसी ने अगले पांच साल के दौरान अपना कारोबार दोगुना कर 40,000 करोड़ रुपये पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.
इसके लिए कंपनी सोना, कोयला, गैस, खनिज सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपनी गतिविधि बढायेगी. खुदरा क्षेत्र पर भी हमारा ध्यान है. हमारे 22 शो-रूम पहले से हैं. कंपनी की 18 शो रूमऔर खोलने की योजना है. इसके अलावा गीतांजलि संयुक्त उद्यम के जरिये तीन साल में 62 नये शो-रुम खोले जायेंगे.’
एमएमटीसी देश में सोने और बिना तराशे हीरे की बडी आयातक है. उसकी सोने और चांदी के सिक्के बनाने की अपनी विनिर्माण इकाई है. वह 92.5 प्रतिशत शुद्धता के साथ ‘सांची’ ब्रांड से चांदी के उत्पाद बनाती है. कंपनी माता वैष्णो देवी ट्रस्ट, तिरपति ट्रस्ट को भी चांदी के सिक्कों की आपूर्ति करती है. हिमाचल में भी प्रमुख सात मंदिरों के ट्रस्ट के साथ उसकी बातचीत चल रही है.
कंपनी का गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के साथ एमएमटीसी गीतांजलि प्रा. लिमिटेड नामक संयुक्त उद्यम है. इसके तहत ‘शुद्धि ज्वेल’ खुदरा श्रृंखला खोली जायेगी.
जिसमें सोने-चांदी के सिक्के, सोने और हीरे के आभूषण तथा सांची ब्रांड के चांदी के विभिन्न उत्पादों की बिक्री होगी. अगले तीन साल में शुद्धि ज्वेल के 62 शो-रूम खोलने की योजना है.
एमएमटीसी ने 2013-14 में 22,000 करोड़ रुपये का कारोबार किया जो कि समाप्त वित्त वर्ष 2014-15 में घटकर 18,000 करोड रुपये रह जाने का अनुमान है.
कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के दौरान इसे बढाकर 20,700 करोड रुपये तक पहुंचाने की रणनीति बनाई है.
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