आर्थिक वृद्धि के लिए कर्ज सस्ता करने की जरूरत : विशेषज्ञ
नयी दिल्ली : घरेलू अर्थव्यवस्था में गहराती नरमी को दूर करने के लिए आर्थिक विशेषज्ञों ने कर्ज सस्ता किए जाने पर बल दिया है ताकि उद्योग धंधों में निवेश बढे और आर्थिक गतिविधियों को बल मिले. उनका मानना है कि निवेश का नया चक्र शुरु होने से विदेशी संस्थागत निवेशकों का देश के शेयरों की […]
नयी दिल्ली : घरेलू अर्थव्यवस्था में गहराती नरमी को दूर करने के लिए आर्थिक विशेषज्ञों ने कर्ज सस्ता किए जाने पर बल दिया है ताकि उद्योग धंधों में निवेश बढे और आर्थिक गतिविधियों को बल मिले. उनका मानना है कि निवेश का नया चक्र शुरु होने से विदेशी संस्थागत निवेशकों का देश के शेयरों की तरफ आकर्षण फिर बढेगा.
इनमें से कुछ का मानना है कि रुपये को संभालने के लिए सरकार को प्रवासी भारतीयों के लिये विदेशी मुद्रा बॉंड जारी करने चाहिये. इससे चालू खाते का घाटा काबू में रखने में भी मदद मिलेगी. उनका मानना है कि सरकार सावरेन बॉंड भी जारी कर सकती है पर इसमें कुछ जोखिम है.
पीएचडी वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के मुख्य अर्थशास्त्री डा. एस.पी. शर्मा ने कहा ‘‘अर्थव्यवस्था में नकदी की तंगी से समस्या बढ़ी है. दीर्घकालिक पूंजी के लिए हमें इक्विटी बाजार को आकर्षक बनाने की जरुरत है और यह तभी होगा जब औद्योगिक गतिविधियां तेज होंगी.’’
उन्होंने कहा ‘‘उद्योगों के लिये उधार सस्ता होगा, काम धंधे की गतिविधियां बढ़ेंगी तो शेयर बाजार में आकर्षण बढ़ेगा. विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिये सुधारों को बढ़ाने के साथ साथ नियम और प्रक्रियाओं को सरल बनाने की आवश्यकता है.’’
पूंजी बाजार विश्लेषक के.के. मित्तल ने कहा ‘‘बाजार में विश्वास बहाली मजबूत किये जाने की आवश्यकता है. विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ाने के हर संभव कदम उठाये जाने चाहिये. देश में विदेशी मुद्रा की उपलब्धता बढ़ाने के लिये त्वरित और बेहतर उपाय के तौर पर पर्यटन को सुविधाजनक बनाया जाना चाहिये. विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित पर्यटन का भरोसा देने के उपाय किये जाने चाहिये.’’
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