नयी दिल्ली : विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसदों ने दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद व दूरसंचार विभाग के अधिकारियों के साथ सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के समक्ष आ रहे मुद्दों और निजी क्षेत्र की कंपनियों के मिल रही प्रतिद्वंद्विता पर विचार विमर्श किया. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कल की बैठक में शामिल सांसदों ने प्रसाद की बीएसएनएल को फिर खडा करने की पहल को समर्थन दिया.
उन्होंने न केवल बीएसएनएल की सेवाओं की गुणवत्ता में आ रही गिरावट पर चिंता जतायी, बल्कि आशंका जतायी कि निजी क्षेत्र की कंपनियां बीएसएनएल की वृद्धि में अडचन डाल रही हैं. इस क्षेत्र में 2004 तक बीएसएनएल शीर्ष स्थान पर थी. इस बैठक में राजस्थान, हिमाचल प्रदेश व पूर्वोत्तर के राज्यों के सांसद शामिल हुए. यह इस तरह की चर्चा पर पहली बैठक थी.
इसमें दूरसंचार अधिकारी सांसदों को सीधे जवाब देंगे ताकि जन प्रतिनिधि इस सरकारी कंपनी के काम, इसकी समस्यों और संभावित समाधान से सीधे परिचित हो सकें.
बयान में कहा गया है कि दूरसंचार मंत्रालय जल्द सभी इच्छुक पक्षों की बैठक बुलाएगा जिसमें बीएसएलएल के सिग्नल की गुणवत्ता व पहुंच सुधारने पर चर्चा होगी. प्रसाद ने दूरसंचार विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस तरह की बैठकें नियमित आधार पर आयोजित करें जिससे सांसद संबंधित अधिकारियों के साथ सीधे मुद्दे उठा सकें.