भूमि अधिग्रहण विधेयक पर फिर से सोचने का सवाल ही नहीं : वेंकैया नायडू
हैदराबाद : केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि राजग सरकार लोकसभा में पारित हो चुके भूमि अधिग्रहण विधेयक पर फिर से विचार नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि यह विधेयक विकासोन्मुखी है और गरीबों तथा किसानों के हित वाला है. केंद्रीय शहरी विकास और संसदीय कार्य मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘राजग […]
हैदराबाद : केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि राजग सरकार लोकसभा में पारित हो चुके भूमि अधिग्रहण विधेयक पर फिर से विचार नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि यह विधेयक विकासोन्मुखी है और गरीबों तथा किसानों के हित वाला है. केंद्रीय शहरी विकास और संसदीय कार्य मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘राजग सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पर किसी तरह का पुनर्विचार करने का कोई सवाल ही नहीं है.’
उन्होंने कहा ‘सरकार का मानना है कि विधेयक किसानों के, गरीबों के और विकास के हित में है. भूमि पुनर्वास, उचित मुआवजा तथा अधिग्रहण कानून पर पीछे हटने का सवाल ही नहीं है.’ उन्होंने कहा कि यह किसानों के व्यापक हित में है. नायडू ने कहा, ‘सबसे अधिक लाभ किसानों को होगा, बशर्ते आप उन्हें विकास से दूर नहीं रखना चाहें और उन्हें विकास से अलग नहीं करें.’
उन्होंने कहा, ‘आप हवाईअड्डे, राष्ट्रीय राजमार्ग, ग्रामीण सडकें, गरीबों के लिए घर, सरकारी अस्पताल, रेलवे लाइन कैसे बना सकते हैं. यह सब बिना जमीन के संभव नहीं है. जमीन बुनियादी जरुरत है. इसलिए किसानों को गुमराह नहीं करें.’
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश के इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की कि राजग सरकार का भूमि अधिग्रहण विधेयक कांग्रेस पार्टी के पुनरुत्थान के लिए संजीवनी की तरह है. नायडू ने कहा, ‘यह बहुत बेकार और बेतुका बयान है. यह कांग्रेस पार्टी के खोखलेपन को दर्शाता है. संजीवनी का मतलब है कि क्या कांग्रेस समाप्त हो चुकी है.’
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.