नयी दिल्ली : देश में फरवरी, 2015 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) का प्रवाह 63 प्रतिशत बढकर 3.28 अरब डालर या 20,820 करोड रुपये पर पहुंच गया. फरवरी, 2014 में देश में 2.01 अरब डालर का विदेशी निवेश आया था. वित्त वर्ष 2014-15 की अप्रैल से फरवरी की अवधि में देश में विदेशी निवेश का प्रवाह 39 प्रतिशत बढकर 28.81 अरब डालर रहा है.
औद्योगिक नीति एवं संवर्द्धन विभाग (डीआइआइपी) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकडा 20.76 अरब डालर रहा था. जिन क्षेत्रों को 2014-15 के पहले 11 महीनों में सबसे अधिक विदेशी निवेश मिला उनमें सेवा क्षेत्र (2.88 अरब डालर), दूरसंचार (2.85 अरब डालर), वाहन (2.42 अरब डालर), कंप्यूटर साफ्टवेयर एंड हार्डवेयर (2.04 अरब डालर) और फार्मास्युटिकल्स (1.30 अरब डालर) शामिल हैं.
इस अवधि में देश में सबसे अधिक 8.44 अरब डालर का एफडीआइ मारीशस से आया. उसके बाद सिंगापुर से 6.42 अरब डालर, नीदरलैंड से 3.29 अरब डालर, जापान से 1.72 अरब डालर और अमेरिका से 1.69 अरब डालर का एफडीआइ आया. वर्ष 2013-14 में देश में 24.29 अरब डालर का विदेशी निवेश आया था.
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