एनएसआईसी सेवा क्षेत्र की इकाइयों को देगा सुविधा
नयी दिल्ली : अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र की बढती भूमिका को देखते हुये भारतीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) अब सेवा क्षेत्र की लघु इकाइयों को भी अपनी सेवाएं देगा. अब तक केवल विनिर्माण क्षेत्र की लघु इकाइयों को प्रौद्योगिकी, कच्चेमाल और मशीनरी से लेकर विपणन और प्रशिक्षण तक की सुविधाएं दिलाने वाले सरकारी उपक्रम एनएसआईसी […]
नयी दिल्ली : अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र की बढती भूमिका को देखते हुये भारतीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) अब सेवा क्षेत्र की लघु इकाइयों को भी अपनी सेवाएं देगा. अब तक केवल विनिर्माण क्षेत्र की लघु इकाइयों को प्रौद्योगिकी, कच्चेमाल और मशीनरी से लेकर विपणन और प्रशिक्षण तक की सुविधाएं दिलाने वाले सरकारी उपक्रम एनएसआईसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रविन्द्र नाथ ने कहा कि निगम अब सेवा क्षेत्र पर भी ध्यान देगा.
एनएसआईसी सेवा क्षेत्र की लघु इकाइयों का भी पंजीकरण करेगा और उनमें भी खरीद आर्डर उपलब्ध करायेगा. वह यहां पिछले दिवस सेवा क्षेत्र के सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. एनएसआईसी सेवा क्षेत्र में वेब डिजाइनिंग, टैक्सटाइल, हौजरी यूनिट, मोबाइल सर्विसिंग जैसे विभिन्न सेवा क्षेत्रों को बढावा देने के लिये अपने ‘इंक्यूबेटर सेंटर’ में कौशल विकास और प्रशिक्षण पर जोर देगा.
देश में विनिर्माण क्षेत्र में करीब पांच करोड सूक्ष्म एवं लघु इकाइंया हैं जबकि सेवा क्षेत्र में इससे कहीं अधिक इकाइयां हैं. नाथ ने कहा कि सेवा क्षेत्र को बढावा देकर भारतीय एमएसएमई क्षेत्र को वैश्विक आर्थिक शक्तिकेंद्र के रुप में स्थापित किया जा सकता है. ‘इससे हमारे युवाओं के समक्ष दुनियाभर में नये अवसर पैदा होंगे.’
उन्होंने कहा कि देश में सेवा क्षेत्र ज्यादातर असंगठित क्षेत्र में फैला है. भारत में चिकित्सा काफी सस्ती है, यहां चिकित्सा पर्यटन को बढावा मिल रहा है. भारतीय डॉक्टरों को दुनियाभर में अलग पहचान मिली है. सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत काफी आगे है.
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