नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि सरकार द्वारा निवेश बढाने और कर सुधार की दिशा में की गई पहल से आने वाले वर्षों में आर्थिक वृद्धि दर 9-10 प्रतिशत पहुंच जाएगी. जेटली ने दूरदर्शन को दिये एक इंटरव्यू में कहा, ‘मेरा मानना है कि इन उपायों के सम्मिलित प्रभाव से हमारी आर्थिक वृद्धि की संभावित क्षमता बढकर नौ प्रतिशत से भी अधिक हो जाएगी.
यह 10 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी.’ उन्होंने कहा कि ढांचागत एवं कृषि क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम किये जा रहे हैं और सरकार किसानों के मुद्दों विशेषकर सिंचाई के मुद्दे से निपटने के लिए विशेष प्रयास कर रही है. जेटली ने कहा कि सरकार ने पारदर्शी वातावरण तैयार किया है और कॉरपोरेट जगत को प्रोत्साहन देने के विवेकाधिकार त्याग दिये हैं.
उन्होंने कहा, ‘हमें इस सरकार से भ्रष्टाचार शब्द सुनाई नहीं देता. यदि आप स्पेक्ट्रम, कोयला, खान भंडारों की नीलामी करते हैं. तो कोयला व खानों की नीलामी से आने वाली रकम उन राज्यों के पास जाएगी जहां कोयले के भंडार विकसित किये जा रहे हैं.’
चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी वृद्धि दर बढकर 8-8.5 प्रतिशत रहने की संभावना है जो पिछले वित्त वर्ष में अनुमानित 7.4 प्रतिशत थी. वस्तु व सेवाकर (जीएसटी) पर जेटली ने कहा, ‘जीएसटी को हम लाने का प्रयास कर रहे हैं.’ अनुमानों के मुताबिक, जीएसटी के क्रियान्वयन से देश की जीडीपी में एक-दो प्रतिशत की वृद्धि होगी.