नयी दिल्ली :गृह मंत्रालय अब गेट्स फाउंडेशन के कामकाज की जांच कर रहा है. इस एनजीओ को माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स और उनकी पत्नी मिलिंडा गेट्स चलाते हैं. सरकार एनजीओ की भूमिका और उसके कार्यनीति पर कड़ी नजर रख रही है.
इकोनोमिक्स टाइम्स में छपी खबर के अनुसार मिनिस्ट्री इंटेलिजेंस एजेंसियों ने हेल्थ बॉडी और फंडिंग में फाउडेंशन की भूमिका की जांच कर रहा है. हालांकि इसकी जांच अभी शुरुआती दौर में है और अबतक किसी तरह की विशेष जानकारी सामने नहीं आयी है.
अधिकारी ने बताया कि यह अधिकारिक जांच नहीं है. इसे सिर्फ कामकाज के विचार से किया जा रहा है. हमारे पास इस संबंध में कोई विशेष जानकारी नहीं है. यह मंत्रालय की तरफ से उठाया गया कदम है. मिनिस्ट्री ने कुछ समय पहले ग्रीनपीस इंडिया का एफसीआरए लाइसेंस निलंबित कर दिया था, जिससे इस एनजीओ को अब विदेश से चंदा नहीं मिल सकता है.
दूसरी तरफ गेट्स फाउंडेशन के प्रवक्ता ने भी पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, मिनिस्ट्री के कदम की जानकारी हमें नहीं है. भारत सरकार ने अबतक हमसे इस संबंध में संपर्क नहीं किया है. मिनिस्ट्री के अधिकारी ने बताया कि अगर ग्रीनपीस इंडिया अपने एफसीआरए लाइसेंस के निलंबन पर नौ मई तक सरकार को जवाब नहीं दे पाती है, तो लाइसेंस रद्द किया जा सकता है.
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