नयी दिल्ली : मांग में नरमी और मुद्रास्फीति घटने के बीच सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर लगातार दूसरे महीने घटी जिससे आरबीआइ के लिए दरों में कटौती की गुंजाइश बढी है. यह बात आज यहां जारी एक सर्वेक्षण में कही गई. एचएसबीसी के सर्वेक्षण में कहा गया कि लगातार दूसरे महीने सेवा क्षेत्र में संकुचन हुआ है जिसके कारण कुछ छंटनी हुई है और कंपनियों ने नयी नियुक्ति के प्रति लागत के प्रति सतर्कता का रवैया अख्तियार किया है.
विभिन्न कंपनियों में गतिविधियों में बदलाव का आकलन करने वाला एचएसबीसी इंडिया सेवा व्यापार गतिविधि सूचकांक अप्रैल में घटकर तीन महीने के न्यूनतम स्तर 52.4 पर पहुंच गया जो मार्च में 53 पर था. इस सूचकांक का 50 से उपर रहना वृद्धि जबकि इससे नीचे रहने का मतलब संकुचन है.
मार्किट की अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने कहा ‘अप्रैल माह में भारतीय सेवा क्षेत्र में नरमी से मांग में गिरावट का संकेत मिलता है.’ इस बीच अप्रैल के आंकडे से स्पष्ट है कि भारतीय सेवा क्षेत्र में कर्मचारियों की संख्या घटी है, हालांकि, रोजगार छंटनी आंशिक रही.
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