नयी दिल्ली : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक पर कांग्रेस समेत विपक्षी दलों की सोच में बदलाव की उम्मीद करते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने आज कहा कि इसके पारित करने की प्रक्रिया में बाधा खडी करना देश के विकास को रोकने जैसा होगा. विधेयक कल लोकसभा में पारित हो गया था. हालांकि राज्य सभा में इसके पारित होने के संबंध में आंशका हैं क्योंकि वहां सत्तारढ भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) अल्पमत में है.
खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री ने यहां ऐसोचैम के एक समारोह में कहा ‘यदि विपक्ष विधेयक को रोकता है तो मेरा मानना है कि यह देश के विकास के लिए बडी बाधा होगा. अच्छी सोच पैदा करें और राज्य सभा में यह विधेयक पारित कराएं.’ उन्होंने कहा कि यह बडा कर सुधार है और इससे देश भर में बिक्री कर एक समान होगा और इससे देश में भंडारण क्षेत्र के विकास में भी मदद मिलेगी.
साध्वी ने आज यहां ऐसोचैम की भंडारण संबंधी रपट जारी की जिसमें कहा गया कि जीएसटी परिस्थितियों में बदलाव लाएगा और भंडार एवं फैक्टिरयों का पुनर्गठन होगा. कंपनियां केंद्रीय बिक्री कर (सीएसटी) अदा नहीं करेंगी जिससे लाजिस्टिक्स की लागत बचेगी.
रपट में कहा गया कि जीएसटी से सीएसटी खत्म होगा जिससे देश एकल बाजार बन जाएगा और राज्यों की सीमाओं में नहीं बंटा रहेगा. इससे कंपनियों को सीएसटी से बचने के लिए हर राज्य में भंडारण स्थापित करने की अनिवार्यता खत्म हो जाएगी. यह पहल से भंडार गृहों की संख्या भी कम हो सकती है और अपेक्षाकृत कम तथा विशाल और रणनीतिक तौर पर ज्यादा महत्वपूर्ण भंडारगृह पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी.
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