बीजिंग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह शुरू होने वाली यात्रा से पहले चीन से कहा है कि वह भारत के साथ हिंद महासागर में गहरे समुद्र तल में खनन में सहयोग करने का इच्छुक है जहां उसने सोना और चांदी जैसे बहुमूल्य खनिजों के भंडार की खोज की है.
चीन के सरकारी अखबार ह्यदी चायना डेलीह्ण ने चीन के महासागर खनिज संसाधन अनुसंधान एवं विकास संघ के हवाले से कहा है, ‘महासागर में विकास की गतिविधियां तेज होने और हिंद महासागर में खनिजों की निकासी बढने के साथ चीन गहरे समुद्र में खनन के मामले में भारत के साथ सहयोग करने का इच्छुक है.’
रपट के अनुसार भारत को एक आदर्श भागीदार करार देते हुए संगठन के उप निदेशक हे जोंग्यू ने कहा कि अखबार में कहा गया कि चीन और भारत दोनों विकासशील देश हैं और अंतरराष्ट्रीय समुद्रतल प्राधिकारण (आइएसए) के तहत अनुबंध पर काम करने वाले देश हैं.
इसलिए हममें बहुत समानता है और आगे सहयोगी के लिए बहुत से अवसर हैं. चीन के सागर संबंधी मामलों के विभाग (स्टेट ओसियेनिक एडमिनिस्ट्रेशन) के उप निदेशक चेन लियान्जेंग 20 अप्रैल को भारत यात्रा पर थे और उन्होंने सुझाव दिया था कि दोनों पक्ष महासागरीय अनुसंधान एवं विकास पर सहयोग बढाएं. उन्होंने कहा ‘यदि हम सहयोग करते हैं तो हम लागत, जोखिम और मुनाफा साझा कर सकते हैं.’
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