जीडीपी की नयी प्रणाली समझने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष का दल भारत जायेगा
सिंगापुर : सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) मापने की नई प्रणाली के क्रियान्वनयन को समझने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) का एक दल जल्द ही भारत जायेगा. सरकार की जीडीपी गणना की नई प्रणाली को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक सहित विभिन्न वर्गों ने सवाल उठाया है. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष में एशिया और प्रशान्त विभाग के निदेशक चांगयांग […]
सिंगापुर : सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) मापने की नई प्रणाली के क्रियान्वनयन को समझने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) का एक दल जल्द ही भारत जायेगा. सरकार की जीडीपी गणना की नई प्रणाली को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक सहित विभिन्न वर्गों ने सवाल उठाया है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष में एशिया और प्रशान्त विभाग के निदेशक चांगयांग री ने कहा कि प्रणाली में बदलाव भारत का सराहनीय कदम है और यह बहुपक्षीय रिण संस्थान के सुझावों के अनुरुप है. री ने को बताया कि नयी प्रणाली एवं उसके क्रियान्वयन को समझने के लिए जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल को भारत भेजा जाएगा.
उल्लेखनीय है कि इस साल की शुरआत में भारत ने जीडीपी अथवा आर्थिक उत्पादन मापने के तौर तरीकों में बदलाव किया है और उसी के अनुसार अपनी आर्थिक वृद्धि के अनुमान में संशोधन भी किया.
इसके लिए आधार वर्ष एवं संशोधित राष्ट्रीय खाता श्रंखला समेत कई वैचारिक और प्रणालीगत बदलाव इसमें किये गये ताकि इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरुप बनाने के लिए अनेक प्रक्रियात्मक सुधार किये गये.