अप्रत्यक्ष कर संग्रह अप्रैल में 46.2 प्रतिशत बढा

नयी दिल्ली : उत्पाद शुल्क संग्रह में दो गुना वृद्धि के दम पर अप्रत्यक्ष कर राजस्व इस साल अप्रैल में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 46.2 प्रतिशत उछलकर 47,747 करोड रुपये पहुंच गया. अप्रत्यक्ष कर संग्रह पिछले साल अप्रैल में 32,661 करोड रुपये था. इसमें उत्पाद शुल्क, सेवा कर तथा सीमा शुल्क से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2015 9:47 AM

नयी दिल्ली : उत्पाद शुल्क संग्रह में दो गुना वृद्धि के दम पर अप्रत्यक्ष कर राजस्व इस साल अप्रैल में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 46.2 प्रतिशत उछलकर 47,747 करोड रुपये पहुंच गया. अप्रत्यक्ष कर संग्रह पिछले साल अप्रैल में 32,661 करोड रुपये था. इसमें उत्पाद शुल्क, सेवा कर तथा सीमा शुल्क से प्राप्त राजस्व शामिल हैं.

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘अप्रत्यक्ष कर राजस्व (अस्थायी) संग्रह बढकर अप्रैल 2015 में पिछले वर्ष के इसी महीने के मुकाबले 46.2 प्रतिशत बढकर 47,747 करोड रुपये पहुंच गया जो अप्रैल 2014 में 32,661 करोड रुपये था.’ बयान के अनुसार, ‘यह 2015-16 के बजटीय अनुमान के लिये निर्धारित लक्ष्य का 7.4 प्रतिशत है.’

वित्त वर्ष में अप्रत्यक्ष कर राजस्व का बजटीय लक्ष्य 6,46,267 करोड रुपये रखा गया है. बयान में कहा गया है कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क संग्रह अप्रैल 2015 में सालाना आधार पर 112.3 प्रतिशत बढकर 18,373 करोड रुपये रहा. वहीं सेवा कर संग्रह 21.2 प्रतिशत बढकर आलोच्य महीने में 15,088 करोड रुपये रहा जो पिछले साल महीने में 12,451 करोड रुपये था.

सीमा शुल्क संग्रह अप्रैल, 2015 में 23.6 प्रतिशत बढकर 14,286 करोड रुपये रहा. अप्रत्यक्ष कर संग्रह औद्योगिक उत्पादन से जुडा है जिसे औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आधार पर मापा जाता है.

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