नयी दिल्ली : भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह ही अत्याधुनिक सुरक्षा से लैस विमानों में सफर करेंगे. रक्षा मंत्रालय की ओर से एक प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है, जिसके तहत एयर इंडिया एक अत्याधुनिक विमान खरीदेगी और सुरक्षा एजेंसिया उसे उन्नत बनायेंगी. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की अध्यक्षता वाली डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही भारत सरकार एयर इंडिया से दो 2 बोइंग 777-330 एयरक्राफ्ट खरीदेगी. इन एयरक्राफ्ट्स को जरूरत के हिसाब से मॉडीफाई किया जाएगा. एयरक्राफ्ट में एग्जिक्यूटिव ऑफिस और बेडरूम भी होगा. ये उच्च तकनीकी सुरक्षा उपकरणों से लैस होगा. किसी भी आपात स्थिति में साउंड अलर्ट के लिए रडार वार्निंग रिसीवर लगाये जाएंगे. सबसे बड़ी बात ये कि एयरक्राफ्ट किसी भी तरह की मिसाइल का हमला रोकने में सक्षम होगा.
कहा जाता है अमेरिकी राष्ट्रपति का विमान एक अभेद किले के समान है. किसी भी प्रकार से दुश्मन इसे नष्ट नहीं कर सकते. एयरफोर्स वन में एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम लगा है जो हमारे देश के किसी भी विमान में नहीं है. सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जिन विमानों को मॉडिफाई किया जायेगा, उनमें भी एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम लगाया जायेगा.
इम्स ऑफ इंडिया अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, इसके लिए बोइंग 777-300 विमान को सेल्फ प्रोटेक्शन सूट्स, जैमर, सैटेलाइट कम्युनिकेशन और मिसाइल एनक्रिप्शन तकनीक से लैस किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि अभी जिन विमानों पर हमारे देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति सफर करते हैं, वो साधारण विमानों की तरह ही होते हैं.
उनमें सुरक्षाकर्मी तो होते हैं, लेकिन उन सुरक्षा इंतजामों को हम अत्याधुनिक नहीं कह सकते हैं. साथ ही इन विमानों में खराबी की भी गुंजाइश होती है. अभी तक वीवीआइपी की विदेश यात्राओं के लिए बोइंग का 747 जम्बो जेट विमान उपयोग किया जाता है, जिसका कॉल साइन एयर इंडिया वन होता है.
वीवीआइपी सेवा में न होने पर इस विमान को व्यवसायिक उड़ानों के लिए भी उपयोग किया जाता है. इस विमान में एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम नहीं है. जबकि एसपीजी के मुताबिक यह सबसे महत्वपूर्ण फीचर है.
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