शंघाई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तीन दिन की चीन यात्रा के आज अंतिम दिन भारत और चीन की कंपनियों के बीच 22 अरब डालर से अधिक मूल्य के 26 व्यावसायिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. इनमें अडाणी समूह, भारती एयरटेल और वेल्सपन द्वारा किए गए समझौते शामिल है. ये समझौते अक्षय ऊर्जा, बिजली ढांचा, इस्पात और लघु व मझोले उद्योगों सहित विभिन्न क्षेत्रों में किए गए.
भारती एयरटेल ने चाइना डेवलपमेंट बैंक और इंडस्टरीयल एंड कामर्शियल बैंक आफ चाइना के साथ ढाई अरब डालर की ऋण सुविधा के लिए समझौते किए. वहीं, अडाणी समूह ने मूंदडा सेज में एक एकीकृत फोटोवोल्टैक औद्योगिक पार्क स्थापित करने एवं गैस आधारित बिजली उत्पादन एवं प्राकृतिक गैस क्षेत्र में निवेश की संभावना तलाशने के लिए गोल्डन कॉनकोर्ड होल्डिंग्स के साथ एक समझौता किया.
एक अन्य समझौते के तहत अडाणी पोर्ट्स एंड सेज और गुआंगझू पोर्ट अथारिटी, मूंदडा पोर्ट व गुआंगझू पोर्ट के बीच सहायक बंदरगाह संबंध स्थापित करने पर सहमत हुए.
वेल्सपन एनर्जी ने भारत में 500 मेगावाट के फोटोवोल्टैक (पीवी) सेल और 500 मेगावाट के पीवी सोलर मॉड्यूल का उत्पादन करने के लिए संयुक्त रुप से एक पीवी उद्योग पार्क स्थापित करने के वास्ते चीन की त्रिना सोलर के साथ समझौता किया.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ये समझौते भारत में निवेश करने और ‘मेक इन इंडिया’ पहल में योगदान करने की चीनी कंपनियों की मजबूत इच्छाशक्ति दर्शाते हैं.
बयान में कहा गया कि इन समझौतों से फिल्म और मनोरंजन उद्योग में भारत और चीन की कंपनियों के बीच सहयोग में सुविधा मिलेगी और अधिक संख्या में चीनी मित्र, दर्शक इस क्षेत्र में भारत की मजबूत स्थिति से वाकिफ हो सकेंगे.
अन्य महत्वपूर्ण समझौतों में आईएलएंडएफएस व इंडस्टरीयल एंड कामर्शियल बैंक आफ चाइना (आईसीबीसी), 4,000 मेगावाट की नाना लायजा ताप बिजली परियोजना के लिए आईएलएंडएफएस एनर्जी डेवलपमेंट कंपनी और चाइना हुआनेंग ग्रुप के बीच समझौता और संभावित परियोजनाओं के विकास के लिए जिंदल स्टील एंड पावर व आईसीबीसी के बीच समझौता शामिल है.
प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज इन्फोसिस ने क्विनान में चाइना इंडिया इन्फार्मेशन सर्विस इंडस्टरी कोरिडोर स्थापित करने के लिए क्विनान सरकार के साथ समझौता किया.
वहीं भूषण पावर एंड स्टील ने भी गुजरात में एक एकीकृत इस्पात परियोजना लगाने के लिए चाइना नेशनल टेक्निकल इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कारपोरेशन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया.
भारत चीन व्यावसायिक मंच की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के निवेशकों से भारत में बदलाव की बयार का लाभ उठाने का आह्वान किया.
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