नयी दिल्ली: फोर्ड इंडिया ने आज कहा कि वह अपने सबसे अधिक बिकने वाली कारें. फिगो और क्लासिक सेडान की 1,66,021 इकाइयों को वापस मंगा रही है. इन कारों में स्टीयरिंग व सस्पेंशन की समस्या देखने में आई है जिन्हें दूर करने के लिए कंपनी यह कदम उठा रही है.
कंपनी जनवरी, 2010 और जून, 2012 के बीच बनी फिगो और क्लासिक कारों को वापस मंगा रही है. फोर्ड इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘ कंपनी अपनी मौजूदा स्वैच्छिक फील्ड सेवा कार्रवाई (एफएसए) का विस्तार कर रही है और वह रीयर ट्विस्ट बीम (आरटीबी) एवं पावर असिस्टेड स्टीयरिंग (पीएएस) होस से जुड़े संभावित मुद्दों के लिए कारों की जांच करने के वास्ते फोर्ड फिगो व फोर्ड क्लासिक माडलों को वापस मंगा रही है.’’
कंपनी ने कहा कि आरटीबी की जांच के संबंध में फोर्ड फिगो की 1,09,469 कारें और फोर्ड क्लासिक की 22,453 कारें वापस मंगाई जा रही हैं. इन कारों का विनिर्माण जनवरी, 2011 से जून, 2012 के बीच हुआ है. इन कारों का निरीक्षण किए जाने की जरुरत है लेकिन यह आवश्यक नहीं कि इनके पुर्जेबदले जाएं.’’ कंपनी ने कहा, ‘‘ हमारे ग्राहकों की सुरक्षा एवं संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. फोर्ड इंडिया अपने अधिकृत डीलरों के जरिए सेवा की इस पहल को जारी रखेगी.’’ पिछले साल, कंपनी ने स्टीयरिंग व रीयर सस्पेंशन से जुड़ी दिक्कतें दूर करने के लिए फिगो और क्लासिक की 1.28 लाख से अधिक कारें वापस मंगाई थीं. उल्लेखनीय है कि वाहन कंपनियों के निकाय सियाम द्वारा पिछले साल जुलाई में पेश की गई स्वैच्छिक रिकाल योजना के बाद सबसे अधिक संख्या में कारें वापस मंगाने का यह सबसे बड़ा मामला है.
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