भारत में 85 प्रतिशत छोटे व्यवसायी निजी बचत से शुरू करते हैं बिजनेस
गुवाहाटी : भारत सरकार इस साल छोटे उद्यमी के लिए मुद्रा बैंक के गठन की घोषणा की है लेकिन ऑकड़ो के मुताबिक छोटे व्यवसायी अपने कारोबार के लिए अब भी निजी बचत पर निर्भर रहते हैं. एक ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक करीब 85 प्रतिशत छोटे व्यवसायी केवल अपनी निजी बचत का इस्तेमाल कर कारोबार शुरू […]
गुवाहाटी : भारत सरकार इस साल छोटे उद्यमी के लिए मुद्रा बैंक के गठन की घोषणा की है लेकिन ऑकड़ो के मुताबिक छोटे व्यवसायी अपने कारोबार के लिए अब भी निजी बचत पर निर्भर रहते हैं. एक ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक करीब 85 प्रतिशत छोटे व्यवसायी केवल अपनी निजी बचत का इस्तेमाल कर कारोबार शुरू करते हैं, जिसका असर निर्णय करने और व्यवसाय चलाने के तरीके पर पडता है.
वित्तीय प्रबंधन- स्वस्थ कारोबार के लिए एक आवश्यक उपकरण शीर्षक से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 85 प्रतिशत कारोबारियों ने कहा कि उन्होंने अपना व्यवसाय निजी बचत का इस्तेमाल कर शुरूकिया.
इससे निर्णय एवं कारोबार चलाने के तरीके पर असर पडता है. सर्वेक्षण में 94 प्रतिशत उद्यमियों को लगता है कि वे अपना वित्तीय कौशल सुधार सकते थे. 54 प्रतिशत उद्यमियों ने माना कि परिचालन का पहला वर्ष बहुत ही कठिन रहा, क्योंकि उन्होंने वित्तीय प्रबंधन में निवेश नहीं किया. सर्वेक्षण में पाया गया कि करीब 75 प्रतिशत छोटे व्यवसायी वित्तीय प्रबंधन को लेकर समझ विकसित करने की जरुरत महसूस करते हैं.
गौरतलब है कि सरकार छोटे व्यवसाय को प्रोत्साहन देने के लिए कई उपाय कर रही है. क्योंकि भारत जैसे देश में आबादी का बड़ा हिस्सा जीवन-यापन के लिए इन छोटे व्ययसायों पर ही निर्भर रहती है.
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