मुकेश अंबानी ने सातवें साल अपना वेतन नहीं बढ़ाया, 15 करोड रुपये पर सीमित रखा
नयी दिल्ली : रिलायंस इंडस्टरीज के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने लगातार सातवें साल अपना अधिकतम सालाना वेतन 15 करोड रुपये पर सीमित रखा है. हालांकि, इसी दौरान कंपनी के अधिकांश निदेशकों के वेतनमान में मामूली कमी दर्ज की गई. सबसे धनी भारतीय अंबानी ने 2008-09 से ही अपने अधिकतम वेतन भत्तों को […]
नयी दिल्ली : रिलायंस इंडस्टरीज के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने लगातार सातवें साल अपना अधिकतम सालाना वेतन 15 करोड रुपये पर सीमित रखा है. हालांकि, इसी दौरान कंपनी के अधिकांश निदेशकों के वेतनमान में मामूली कमी दर्ज की गई. सबसे धनी भारतीय अंबानी ने 2008-09 से ही अपने अधिकतम वेतन भत्तों को 15 करोड रुपये पर सीमित रखा है.
इस तरह से वह सालाना लगभग 24 करोड रुपये छोड रहे हैं. रिलायंस इंडस्टरीज लिमिटेड की 31 मार्च, 2015 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए अपनी सालाना रपट में कहा है कि चेयरमैन व प्रबंध निदेशक का वेतनमान 15 करोड रुपये पर सीमित रखा गया है जबकि इसके लिए मंजूरशुदा राशि 38.86 करोड रुपये है.
यह प्रबंधकीय वेतनमान स्तर को कम रखने के लिए व्यक्तिगत उदाहरण पेश करने की उनकी इच्छा का प्रतीक है.’ उल्लेखनीय है कि कार्याधिकारियों (सीइओ) के अनाप शनाप वेतनमान को लेकर बहस के बीच अंबानी ने अक्तूबर 2009 में स्वैच्छिक रूप से वेतनमान 15 करोड रुपये पर सीमित रखने का फैसला किया था.
इस दौरान कंपनी के कार्यकारी निदेशक पी एम एस प्रसाद का वेतनमान 6.03 करोड रुपये पर अपरिवर्तित रहा है. वहीं आलोच्य वित्त वर्ष में रिफाइनरी प्रमुख पवर कुमार कपिल का वेतनमान 2.49 करोड रुपये से घटकर 2.41 करोड रुपये रह गया.
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