नयी दिल्ली : रिलायंसइंडस्ट्रीज (आरआईएल) तथा इसकी भागीदार बीपी पीएलसी ने दो और तेल-गैस ब्लॉक सरकार को लौटा दिए हैं. उल्लेखनीय है कि चार साल पहले कंपनी के पास ऐसे 21 ब्लॉक में तेल-गैस खोजने और निकालने का अधिकार था. अब यह संख्या घटकर चार रह गई है.
कंपनी ने अपनी सालाना रपट 2014-15 में यह जानकारी दी है. इसके अनुसार, साल के दौरान आरआईएल ने दो और ब्लॉक केजी डीडब्ल्यूएन-2003(1) तथा सीवाई-पीआर-डीडब्ल्यूएन-2001(3) को छोडने का फैसला किया.उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन की बीपी द्वारा अपने 23 तेल एवं गैस ब्लॉक में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल किए जाने के समय रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फरवरी 2011 में एक रुपांतरकारी समझौते की घोषणा की. हालांकि अगस्त 2011 में सरकार ने उन्हें केवल 21 ब्लॉक के लिए भागीदारी की अनुमति दी थी.
उल्लेखनीय है कि 2012 से ही आरआईएल व बीपी अपनी परियोजनाओं की छंटाई कर रही हैं. वे व्यावसायिक दृष्टि से अपेक्षाकृत कम व्यावहारिक ब्लॉक छोड रही है.कंपनी का कहना हे कि रक्षा मंत्रालय द्वारा लगाई गई पाबंदियों के चलते उसने केजी डीडब्ल्यूएन-2003(1) ब्लॉक को छोडा है. इसी तरह डीडब्ल्यूएन-2001(3 )भूगर्भीय परिस्थितियों के अत्यधिक जोखिम भरे होने के कारण छोडा गया है.
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