देश में खोली गयीं 4.5 करोड़ दुकानें, प्रवासी कर्मचारियों के वापस लौट जाने से वीरान रहे बाजार और दुकानदार परेशान

छोटे व्यापारियों के संगठन कंफडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मंगलवार को जानकारी दी कि लॉकडाउन 4.0 के शुरू होने और इसमें कुछ ढील दिए जाने के बाद पूरे देश में मंगलवार तक करीब 4.5 करोड़ दुकानें फिर खुल चुकी है. संगठन ने दिल्ली सरकार को चिट्ठी लिखकर देश की राजधानी में दुकानों को खोलने के लिए ऑड-ईवन नियम पर विचार करने की मांग की है.

By Agency | May 19, 2020 5:03 PM

नयी दिल्ली : छोटे व्यापारियों के संगठन कंफडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मंगलवार को जानकारी दी कि लॉकडाउन 4.0 के शुरू होने और इसमें कुछ ढील दिए जाने के बाद पूरे देश में मंगलवार तक करीब 4.5 करोड़ दुकानें फिर खुल चुकी है. संगठन ने दिल्ली सरकार को चिट्ठी लिखकर देश की राजधानी में दुकानों को खोलने के लिए ऑड-ईवन नियम पर विचार करने की मांग की है. इसके साथ ही उसने नगर निगमों द्वारा बाजारों में साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छता अभियान चलाने पर भी जोर दिया है. इस दौरान, दुकानदारों को प्रवासी कर्मचारियों के अपने मूल निवास स्थान की ओर वापस लौट जाने की वजह से कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

Also Read: लॉकडाउन 4.0 : झारखंड में कंटेनमेंट जोन से बाहर आर्थिक गतिविधियों में छूट, नगर निगम क्षेत्र में नहीं खुलेंगी दुकानें, जानिए कहां क्या मिली छूट

कंफडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर दुकान खोलने के ऑड-ईवन नियम पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है, क्योंकि इस व्यवस्था से दिल्ली में मंगलवार को मात्र पांच लाख दुकानें ही खुल पायीं. कैट ने कहा कि हालांकि, दिल्ली समेत देशभर के किसी भी वाणिज्यिक बाजार में कोई व्यापार नहीं हुआ, क्योंकि दुकानदारों ने लंबी अवधि के लॉकडाउन के बाद दुकानें खोली हैं और वह साफ-सफाई में व्यस्त हैं. कैट ने कहा कि दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों की भी कमी है, क्योंकि 70 फीसदी से अधिक प्रवासी कर्मचारी अपने मूल निवास स्थानों की ओर लौट चुके हैं. देश और दुनिया से जुड़ी हर Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.

कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली में अधिकतर व्यापारी और व्यापार संघ ऑड-ईवन फॉर्मूला के आधार पर दुकानें खोलने के पक्ष में नहीं हैं. व्यापारियों का कहना है कि यह नियम दुकानों को पूरी तरह से खोलने से रोकेगा और इससे व्यापारियों को बहुत दुविधा होगी. उन्होंने सुझाव दिया कि दिल्ली में बाजारों को 10 हिस्सों में बांट देना चाहिए. इसमें से पांच हिस्से के बाजार सुबह आठ से एक बजे तक और बाकी पांच हिस्से के बाजार एक बजे से शाम पांच बजे तक खोले जा सकते हैं या फिर इन्हें एक दिन छोड़कर एक दिन खोला जा सकता है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version