नयी दिल्ली: सीबीआइ को कोयला आबंटन घोटाले से जुड़ी करीब 150 फाइलें एवं दस्तावेज अब भी मिलने बाकी हैं और जांच एजेंसी फाइलें गायब होने के संबंध में मामला दर्ज करने के लिए कोयला मंत्रालय से शिकायत मिलने का इंतजार कर रही है.
जांच से संबद्ध वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि छापे के दौरान जब्त किये गये दस्तावेजों एवं फाइलों को ढूंढ़ने के लिए सीबीआइ द्वारा हर तरह के प्रयास किये जा रहे हैं. अंतत: जांच एजेंसी ने सूचित किया है कि करीब 150 फाइलें अब भी गायब हैं, जिनमें सांसदों एवं अन्य के संस्तुति पत्र शामिल हैं. अधिकारी ने कहा कि सीबीआइ कोयला मंत्रालय से औपचारिक शिकायत मिलने का इंतजार कर रही है, जिसके बाद मामले में एक विस्तृत जांच शुरू की जायेगी. जांच एजेंसी मंत्रालय से शिकायत मिलने से पहले मामला दर्ज नहीं कर सकती.
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने 29 अगस्त को मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआइ से दस्तावेजों, फाइलों एवं सूचना की एक सूची देने को कहा था, जिसके पांच दिन के भीतर जांच एजेंसी ने कोयला मंत्रालय से ये फाइलें व दस्तावेज मांगे जिस पर मंत्रालय ने कहा कि वह दो सप्ताह के भीतर इसे उपलब्ध करायेगा. जांच एजेंसी ने दो सितंबर को अटार्नी जनरल जीइ वाहनवती को लिखे एक पत्र में 50 से अधिक आबंटनों की एक व्यापक सूची दी थी जो उसे प्राप्त नहीं हुई. इसके बाद, शीर्ष कोर्ट ने कोयला मंत्रालय को निर्देश दिया था कि यदि इन दस्तावेजों का पता नहीं लगाया जा सका है, तो मंत्रालय इसके सप्ताहभर के भीतर सीबीआइ के पास एफआइआर दर्ज कराये.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.