नयी दिल्ली: डीजल की बिक्री पर नुकसान 14.50 रुपये प्रति लीटर के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है.मुद्रास्फीति को नियंत्रित रखने के लिए लागत से कम मूल्य पर डीजल, घरेलू एलपीजी और केरोसिन की बिक्री के चलते इंडियन आयल कारपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम को प्रतिदिन 486 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा […]
नयी दिल्ली: डीजल की बिक्री पर नुकसान 14.50 रुपये प्रति लीटर के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है.मुद्रास्फीति को नियंत्रित रखने के लिए लागत से कम मूल्य पर डीजल, घरेलू एलपीजी और केरोसिन की बिक्री के चलते इंडियन आयल कारपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम को प्रतिदिन 486 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
आज जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि रुपया में गिरावट के चलते डीजल की बिक्री पर नुकसान इस सप्ताह बढ़कर 14.50 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया जो सितंबर के पहले पखवाड़े में 12.12 रुपये प्रति लीटर था.बयान में कहा गया है कि डीजल के अलावा, तेल कंपनियों को केरोसिन पर 36.83 रुपये प्रति लीटर और एलपीजी सिलेंडर :14.2 किलोग्राम: की बिक्री पर प्रति सिलेंडर 470.38 रुपये नुकसान उठाना पड़ रहा है. वर्तमान दर पर, तीनों तेल कंपनियों को चालू वित्त वर्ष में 1,56,000 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान होने का अनुमान है.
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