अगले 7 साल में भारत होगा स्‍वच्‍छ ऊर्जा का सबसे बड़ा उत्‍पादक देश : पीयूष गोयल

नयी दिल्‍ली : नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर बुधवार को पत्र सूचना कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले एक सालों में हमारी सरकार ने जिन उपलब्धियों को हासिल किया है उससे लगता है कि आने वाले 4 सालो में हम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2015 12:38 PM

नयी दिल्‍ली : नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर बुधवार को पत्र सूचना कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले एक सालों में हमारी सरकार ने जिन उपलब्धियों को हासिल किया है उससे लगता है कि आने वाले 4 सालो में हम अपने लक्ष्‍य को पूरा कर लेंगे. उन्‍होंने कहा कि आज मुझे खुशी है कि एक साल से पूर्व अपने कार्यकाल का लेखा-जोखा जो मैं जनता के सामने रख रहा हूं, वह बड़ी मात्रा में विभिन्‍न समस्‍याओं का समाधान है.

उन्‍होंने कहा कि एक साल में अलग-अलग क्षेत्रों में काफी प्रगती हुई है. आत्‍मविश्‍वास में बढ़ोतरी हुई है कि आने वाले चार वर्षों में जो प्रधानमंत्री का संकल्‍प था कि 365 दिनों तक 24 घंटे सभी को बिजली मिले वह पूरा होने वाला है. सरकार ने जो पांच वर्ष में सभी किसानों को छोटे और मंझोले उद्योगों को जेनरेटर से मुक्ति के संकल्‍प की ओर हमारी सरकार अग्रसर है.

गोयल ने कहा कि सरकार के काम में ईमानदारी और पारदर्शिता इस देश के शासन में सबसे बड़ी चुनौती रही है. मोदी सरकार के समय हमारे विभाग में काम की पारदर्शिता लाई गई. पहले जो काम पूरे नहीं हो पाते थे, हमारे समय में काम को समय पर पूरा करने का हर प्रयास किया और आज के समय में सभी काम समय से हो रहे हैं. हमने अधिकारियों के सशक्तिकरण की दिशा में भी काम किया है, जिसके परिणामस्‍वरुप अधिकारी अपने कामों को संजिदगा से कर रहे हैं.

बिजली उत्‍पादन की क्षमता को पिछले एक साल में काफी बढाया गया है. उन्‍होंने कहा कि काम की शुरुआत इतनी अच्‍छी हुई है कि आगे भी कई अच्‍छे काम होंगे. कोयला आवंटन को सुप्रीम कोर्ट की ओर से 24 सितंबर 2014 को रद्द किये जाने के बाद देश में हाहाकार मच गया कि इससे बिजली की स्थिति काफी खराब होगा. लेकिन टीम इंडिया के प्रयास से, सभी के प्रयास से इस समस्‍या ओ निपटा लिया गया. गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री के उत्‍साहवर्धन और सभी मंत्रालयों के सम्मिलित प्रयास से हमने इस समस्‍या को काफी हद तक काबू में कर लिया है.

प्रधानमंत्री की ओर से इस बात पर हमेशा जोर दिया कि भारत के प्राकृतिक संपदाओं का किसी भी सूरत में दुरुपयोग नहीं होने दिया जाना चाहिए. मंत्री ने कहा कि कोयले के आवंटन में अभीतक कुछ खदानों की नीलामी की गई और खुद खदान राज्‍य को दिये गये ताकि आने वाले समय में राज्‍यों को उससे फायदा मिल सके, इन राज्‍यों को सस्‍ती बिजली मिल सके. 3 लाख 35 हजार करोड का राजस्‍व प्राप्‍त होगा. इन राज्‍यों में झारखंड, उडि़सा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्‍ट्र और मध्‍य प्रदेश जैसे राज्‍यों का राजस्‍व बढेगा और वे अपने नागरिकों की सेवा अच्‍छी प्रकार कर सकेंगे.

गोयल ने कहा कि हमारी प्राथमिकता भ्रष्‍टाचार मिटाना और काम में पारदर्शिता लाना है. इस दिशा में काम करते हुए हमारे विभाग ने काम में पारदर्शिता लाते हुए एक-एक विषय को चिन्हित कर उसपर काम किया. जरुरी विषयों को प्राथमिकता के आधार पर पहले पूरा किया और आने वाले समय में महत्वपूर्ण कामों की सूची तैयार कर उसके काम की रुपरेखा तैयार की.

मंत्री ने कहा कि आज के समय में देश में कोयला और बिजली पर्याप्‍त मात्रा में है, आने वाले दिनों में नवीकरणीय ऊर्जा के माध्‍यम से विश्‍व में एक मिसाल कायम करेंगे. यूनाइटेड नेशन में आयोजित कांफ्रेंस में इस विषय पर गंभीर चर्चा हुई है. आने वाले सात सालों में भारत सौर ऊर्जा और वायु ऊर्जा, आदि से 1 लाख 75 हजार मेगावाट बिजली उत्‍पादन करना चाहता है. इसका रोडमैप तैयार है. प्रधानमंत्री का विजन है कि आने वाले दिनो में भारत स्‍वच्‍छ ऊर्जा के क्षेत्र में विश्‍व का सबसे बड़ा उत्‍पादक और उपभोक्‍ता बनें.

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