नयी दिल्ली : भारत की आर्थिक वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 7.2 प्रतिशत पर रहने की संभावना है जो इससे पिछली तिमाही में 7.5 प्रतिशत रही थी. क्रेडिट रेटिंग एजेन्सी मूडीज ने आज कहा कि कम उत्पादन एवं कमजोर वैश्विक मांग के चलते वृद्धि दर में गिरावट आ सकती है.
रेटिंग एजेन्सी ने केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) द्वारा नये जीडीपी आंकडों की श्रृंखला पर भी सवाल उठाये हैं जिसमें 2011-12 को आधार वर्ष के तौर पर लिया गया है. मूडीज ने कहा कि नये आंकडे ‘संदेहपूर्ण’ हैं क्योंकि वे अर्थव्यवस्था के अन्य संकेतकों के अनुरुप नहीं हैं.
सीएसओ के नए जीडीपी आंकडों के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2013-14 में 6.9 प्रतिशत रही और वर्ष 2014-15 में इसके 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है. सीएसओ मार्च तिमाही के जीडीपी आंकडे कल जारी करेगा.
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