भोपाल : पिछले वित्त वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद में 7.3 प्रतिशत वृद्धि हासिल होने से उत्साहित केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि देश में दहाई अंक की वृद्धि हासिल करने की क्षमता है. जेटली ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘देश में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज करने की क्षमता है. सरकार इस संबंध में उचित पहल करेगी.’ उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र ने सात प्रतिशत से अधिक वृद्धि दर्ज की है जिससे यह स्पष्ट होता है कि उद्योग सुधार के रास्ते पर आगे बढ रहे हैं.
जेटली ने कहा कि कृषि में और वृद्धि दर्ज हो सकती है लेकिन खराब मौसम के कारण इस क्षेत्र में ज्यादा प्रगति नहीं हो सकी. पिछले समय में मानसून यदि अच्छा होता तो आर्थिक वृद्धि और अच्छी होती. वित्त मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था में संप्रग सरकार के दौरान जो निराशा थी उससे पिछले एक साल से देश में नया उत्साह जगा है.
उन्होंने कहा ‘निर्णय तेजी से किये जा रहे हैं.’ देश निकट भविष्य में तेज प्रगति दर्ज करेगा. जेटली ने कहा कि पिछले एक साल में दुनिया की नजर में भारत के नेतृत्व और यहां की जनता की छवि सुधरी है. मंत्री ने कहा कि सेवा और विनिर्माण क्षेत्रों ने वृद्धि दर्ज की है जिससे रोजगार के अतिरिक्त मौके पैदा होंगे. संयुक्त राष्ट्र की रपट जिसमें भारत में भूख से त्रस्त लोगों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा 19.4 करोड बताई गई है, के बारे में पूछने पर जेटली ने कहा कि गरीबी के लिए पिछली सरकार जिम्मेदार है.
मार्च तिमाही में चीन को पछाड कर भारत के सबसे तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था बन जाने के संबंध में पूछे जाने पर जेटली ने कहा कि चीन की वृद्धि पिछले 33 साल से नौ प्रतिशत रही है. उन्होंने कहा कि भविष्य में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर चीन से अधिक रहने की उम्मीद है और ऐसी स्थिति में अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारत का रुख करेंगे.