सेंसेक्स 685 अंक चढ़कर 3 साल के उच्च स्तर पर पहुंचा
मुंबई: अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक आर्थिक प्रोत्साहन कार्यक्रम जारी रखने की कल रात की घोषणा से वैश्विक बाजारों में आयी तेजी का असर आज भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा. निवेशकों की भारी लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 685 अंक उछलकर 3 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया. इस […]
मुंबई: अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक आर्थिक प्रोत्साहन कार्यक्रम जारी रखने की कल रात की घोषणा से वैश्विक बाजारों में आयी तेजी का असर आज भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा. निवेशकों की भारी लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 685 अंक उछलकर 3 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया. इस उछाल से निवेशकों की बाजार हैसियत 1.84 लाख करोड़ रुपये बढ़ गयी.
फेडरल रिजर्व ने मासिक 85 अरब डालर के बांड खरीद खारीद कार्यक्रम पर यथास्थिति बनाए रखने की कल रात घोषणा की जिससे बैंकों के पास सस्ती नकदी का प्रवाह बना रहेगा. फेडरल रिजर्व के इस निर्णय से विश्व के बाजारों में निवेशकों का मनोबल बढा और घरेलू शेयर बाजार पर भी इसका असर दिखा. बीएसई सेंसेक्स 684.48 अंक मजबूत होकर 20,646.64 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले, सेंसेक्स ने यह स्तर 10 नवंबर, 2010 को देखा था.इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 216.10 अंक उपर 6,115.55 अंक पर जा टिका. एमसीएक्स.एसएक्स का एसएक्स.40 सूचकांक 430.52 अंक मजबूत होकर 12,232.1 अंक पर बंद हुआ.कोटक सिक्युरिटीज के प्रमुख (प्राइवेट क्लाइंट ग्रुप) दीपेन शाह ने कहा, ‘‘ फेडरल रिजर्व के निर्णय से उभरते बाजारों को बड़ी राहत मिली है. नए आरबीआई गवर्नर द्वारा नीतिगत दरों में कटौती की उम्मीद से भी बाजार में तेजी की धारणा बनी.एंजेल ब्रोकिंग की अर्थशास्त्री भूपाली गुरसाले ने कहा, ‘‘ हमें लगता है कि आर्थिक वृद्धि के उपायों पर ध्यान देने के लिए अब रिजर्व बैंक के पास ज्यादा गुंजाइश है.’’Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.