नयी दिल्ली : मारुति सुजुकी और हुंदै के नेतृत्व वाले वाहन उद्योग ने आरबीआई द्वारा नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती का स्वागत किया और कहा कि इससे उपभोक्ता को प्रोत्साहन मिल सकता है.
वाहन कंपनियों ने कहा कि उपभोक्ताओं का असली फायदा इस पर निर्भर करेगा कि बैंक नीतिगत दर में कटौती का फायदा देते हैं या नहीं. मारुति सुजुकी के कार्यकारी निदेशक (विपणन) एवं बिक्री आर एस कलसी ने वाहन उद्योग के लिए ब्याज दर में कटौती का असर उपभोक्ता रुझान में सुधार के तौर पर होगा.
यह निश्चित तौर पर सही दिशा में उठाया गया कदम है. इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री एवं विपणन) राकेश श्रीवास्तव ने कहा स्वागत योग्य कदम है. यह ऋण सस्ता करने की दिशा में एक कदम है. इससे उपभोक्ता और चैनल भागीदारों दोनों को मदद मिलेगी और इससे कारोबार बढेगा.
आर एस कलसी ने कहा कि हालांकि इसका मासिक किस्त (ईएमआई) पर असर कम ही होगा क्योंकि नीतिगत दरों में मौजूदा कटौती से हर महीने एक लाख रुपए के कर्ज पर करीब 11 रुपए की कमी आएगा.
उद्योग संगठन सोसायटी आफ इंडियन आटोमोबाइल मैन्यफैक्चरर्स (सियाम) के महानिदेशक विष्णु माथुर ने कहा कि अब उपभोक्ताओं को फायदा देने का जिम्मा बैंकों पर है. माथुर ने कहा इस साल नीतिगत दर में तीसरी कटौती है और जनवरी से अब तक इसमें 0.75 प्रतिशत की कटौती हुई है. बैंक पहले मुख्य दर में कटौती का फायदा उपभोक्ताओं को देने के प्रति उदासीन थे. इसलिए हम सिर्फ उम्मीद कर सकते हैं कि इस बार वे इसका फायदा उपभोक्ताओं को देंगे. आरबीआई ने आज रेपो दर 7.5 प्रतिशत से घटाकर 7.25 प्रतिशत कर दिया लेकिन सीआरआर जैसी अन्य दरों को अपरिवर्तित रखा.
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