नयी दिल्ली : कमजोर मानसून की आशंका तथा इसके खाद्य कीमतों पर असर के अनुमानों के बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि सतत आर्थिक वृद्धि के लिए केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति को काबू में रखना होगा.
राजन ने एक निजी टीवी चैनल ईटी नाउ से साक्षात्कार में कहा, ‘सतत वृद्धि के लिए हमें मुद्रास्फीति को कम करना ही होगा.’ उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने सामान्य से कम मानसून तथा वैश्विक कारकों का हवाला देते हुए कल आर्थिक वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया जबकि पहले यह 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था.
नये पूर्वानुमान के अनुसार इस साल मानसून की बारिश कम होगी. वहीं मुद्रास्फीति चिंता का कारण बनी हुई है. मुद्रास्फीति नियंत्रण को लेकर रिजर्व बैंक के हठी रवैये संबंधी एक सवाल के जवाब में राजन ने कहा कि दुनिया भर के केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति पर ध्यान केंद्रित करते हैं और रिजर्व बैंक इसका अपवाद नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘हमें दो चीजों में संतुलन साधना होता है, मुद्रास्फीति व वृद्धि. अर्थव्यवस्था का प्रारंभिक पाठ मुद्रास्फीति को नीचे लाना है ताकि लोग आराम महसूस करें और उसके बाद ही आप सामान्य ब्याज दर में यथासंभव कमी कर सकते हैं.’
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