रिजर्व बैंक ने दरों में कटौती के लिए अपना द्वार बंद नहीं किया है :राजन
नयी दिल्ली: रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों में कटौती के लिए अपने दरवाजे बंद नहीं किए हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि रिजर्व बैंक मानसून और बाह्य वातावरण की वजह से पैदा होने वाली स्थिति के आधार पर इस बारे में कोई विचार बनाएगा. रिजर्व बैंक […]
नयी दिल्ली: रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों में कटौती के लिए अपने दरवाजे बंद नहीं किए हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि रिजर्व बैंक मानसून और बाह्य वातावरण की वजह से पैदा होने वाली स्थिति के आधार पर इस बारे में कोई विचार बनाएगा.
रिजर्व बैंक प्रमुख ने कहा कि कई तरह के जोखिमों के बावजूद उन्होंने इसी सप्ताह नीतिगत दरों में चौथाई फीसद की कटौती की है. भविष्य में नीतिगत कार्रवाई घरेलू व वैश्विक कारकों पर निर्भर करेगी.
राजन ने आज इंडिया टुडे टीवी चैनल से कहा, वृद्धि कमजोर है. लेकिन हमारे पास मुद्रास्फीति की भी वजह है जिसका हमें सम्मान करना है. मुद्रास्फीति को देखते हुए हम वृद्धि के लिए जितना कर सकते हैं, कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आर्थिक संभावनाओं के रास्ते में तीन अनिश्चितताएं मानसून, तेल मूल्य व बाह्य वातावरण हैं. उन्होंने कहा कि तेल कीमतें एक बडा कारण हैं. यदि तेल कीमतों मंे गिरावट आती है, जैसा कि लगता है क्योंकि बाजार में अतिरिक्त आपूर्ति की स्थिति है, तो इससे हमें नीतिगत मोर्चे पर अधिक गुंजाइश मिलेगी. कुछ यही बात बाहरी वातावरण के साथ है.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बारे में पूछे जाने पर राजन ने कहा कि जहां तक अमेरिका का सवाल है, पहली तिमाही बहुत अच्छी नहीं रही है. फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद इसका हम पर भी उतना ही असर होगा जितना अन्य बाजारों पर पडेगा.
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