नेस्ले इंडिया ने मैगी के विज्ञापनों पर खर्च किए 445 करोड़ रुपए और क्वालिटी पर मात्र 19 करोड़ रुपए
नयी दिल्ली : नेस्ले केनूडल्स मैगी की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रहीहैं. देशभर में मैगी पर छिड़ी बहस और प्रतिबंध के बीच एक नया आंकड़ा सामने आया है. नेस्ले इंडिया के द्वारा जारी आर्थिक रिपोर्ट में नेस्ले ने 2014 में विज्ञापनों पर 445 करोड़ रुपये जबकि इसके क्वालिटी पर मात्र 19 करोड़ रुपये खर्च […]
नयी दिल्ली : नेस्ले केनूडल्स मैगी की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रहीहैं. देशभर में मैगी पर छिड़ी बहस और प्रतिबंध के बीच एक नया आंकड़ा सामने आया है. नेस्ले इंडिया के द्वारा जारी आर्थिक रिपोर्ट में नेस्ले ने 2014 में विज्ञापनों पर 445 करोड़ रुपये जबकि इसके क्वालिटी पर मात्र 19 करोड़ रुपये खर्च किया है.
नेस्ले द्वारा जारी आर्थिक रिपोर्ट में पिछले पांच साल में कंपनी ने कर्मचारियों पर खर्च 75 प्रतिशत बढ़ाया है. यह 2010 में 433 करोड़ रुपये था जो 2014 में बढ़कर 755 करोड़ रुपये हो गया. वहीं कंपनी का विज्ञापन व बिक्री प्रचार पर खर्च इस दैरान 47 प्रतिशत बढ़कर 2014 में 445 करोड़ रुपये हो गया. 2010 में कंपनी का विज्ञापन पर खर्च 310 करोड़ रुपये था.
कंपनी के द्वारा जारी आर्थिक आंकड़ों से यह भी पता चला है कि नेस्ले इंडिया का यात्रा और प्रशिक्षण मद का खर्च भी गुणवत्ता से ज्यादा रहा है. इसके आलावा कंपनी का बाजार शोध पर खर्च 2014 में 16 करोड़ रुपये था. हालांकि ,2010 के 9.7 करोड़ रुपये से यह 69 प्रतिशत अधिक है.
गैरतलब है कि केन्द्रीय खाद्य नियामक संस्था ने मैगी नूडल्स की सभी किस्मों के इस्तेमाल को मनुष्य के लिए असुरक्षित और खतरनाक करार देते हुए बाजार से वापस लेने का निर्देश दिया था.
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