नयी दिल्ली : केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार एनर्जी एफिसिएंसी सर्विसेज (इइएसएल) के साथ मिलकर वाराणसी में 2,28,496 उपभोक्ताओं को 13 लाख एलइडी बल्बों का वितरण करेंगी. इतना ही नहीं सडकों की 36,077 पारंपरिक लाइटों को एलइडी बल्बों से बदला जाएगा.
बिजली मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बिजली की बचत को बढावा देने के उद्देश्य से एक बडी पहल के तहत बिजली एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कल देर शाम वाराणसी में घरेलू प्रभावी प्रकाश कार्यक्रम एवं एलइडी आधारित स्मार्ट स्टरीट लाइट कार्यक्रम शुरू किया. सरकार देशभर में एलइडी लाइटों को प्रोत्साहित कर व्यवस्ततम घंटों में बिजली की खपत में 10,000 मेगावाट की कमी लाने की संभावना तलाश रही है.
गोयल ने कहा, ‘ऊर्जा प्रभावी एलइडी लाइटों के साथ वाराणसी में बिजली की मांग 45 मेगावाट तक घट जाएगी जिससे 68 करोड रुपये के करीब बचत होगी.’ इस मौके पर, उत्तर प्रदेश के बिजली मंत्री यासिर शाह ने कहा, ‘आने वाले समय में सडकों की लाइटों एवं घरों में लाइटों पर बिजली की खपत में उल्लेखनीय कमी आएगी.
इससे प्रत्येक परिवार को चौबीसों घंटे व सातों दिन बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद मिलनी चाहिए.’ इइएसएल बिजली मंत्रालय के अधीन एक सार्वजनिक कंपनी है और यह अपने खर्च पर पूरे शहर में सडकों पर लगीं अनुमानित 36,077 पारंपरिक लाइटों को स्मार्ट एलइडी लाइटों से बदलेगी.
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