सान फ्रांसिस्को : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज सिलिकॉन वैली के उद्योगपतियों और निवेशकों से कहा वृद्धि को गति देने के लिए निजी क्षेत्र का निवेश जरुरी है हालांकि, उन्होंने सावधान भी किया कि कारोबार सुगमता के लिये निरंतर निगरानी और सुधार की जरुरत होगी. अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआइबीसी) की सहायता से भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) द्वारा आयोजित सम्मेलन में जेटली ने भारत में आर्थिक एवं निवेश माहौल में आये सुधार के बारे में जानकारी दी.
सम्मेलन में भाग लेने वाली कंपनियों में माइक्रोसाफ्ट, अप्लाइड मटीरियल्स, आमेजन, ओरैकल, एचपी, वीजा, फै्रंकलिन टेंपलेटन, गूगल, सिस्को, फर्स्ट सोलर, एमेटिस, ईबे, क्वालकॉम, ब्लैकबेरी, सैनडिस्क आदि शामिल थीं. पहले के मुकाबले अधिक मजबूत आर्थिक बुनियाद का संकेत देते हुए जेटली ने कहा कि मानसून की स्थिति में सुधार हो रहा है और इसके साथ कृषि क्षेत्र की संभावना भी बेहतर हो रही है जिससे आर्थिक वृद्धि भी बेहतर रहने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा विनिर्माण क्षेत्र ने नरमी के लंबे दौर के बाद बेहतर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. मांग में सुधार के मद्देनजर जेटली ने कहा कि अटकी हुई परियोजनाओं पर सूक्ष्मता से ध्यान दिया जा रहा है और इस क्षेत्र में तेजी से औद्योगिक उत्पादों की मांग बढने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति कम रहने से ब्याज दर घटने की गुंजाइश बनेगी.
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