वैश्विक रेटिंग एजेंसी Fitch Rating ने भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान घटाया

नयी दिल्ली: वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान मांग में बढोतरी से जुडे मुद्दों के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष के लिए आठ प्रतिशत से घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है. फिच ने हालांकि कहा है कि उसे उम्मीद है कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 1999 से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2015 12:54 PM
नयी दिल्ली: वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान मांग में बढोतरी से जुडे मुद्दों के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष के लिए आठ प्रतिशत से घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है.
फिच ने हालांकि कहा है कि उसे उम्मीद है कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 1999 से लेकर पहली बार इस साल चीन को पार कर जायेगी और 2016-17 में यह अनुमान बढकर 8.1 प्रतिशत और 2017-18 में आठ प्रतिशत हो जायेगी.
फिच कहते है कि भारत की वृद्धि के परिदृश्य के लिहाज से ढांचागत सुधार का कार्यान्वयन तथा इससे निवेश में बढोतरी प्रमुख मुद्दा है और हालिया आंकडों से मांग बढोतरी की पुष्टि होती है. उनका मानना है कि सुधार किस गति से वृद्धि की उच्च वृद्धि दर में तब्दील होगा यह कार्यान्वयन पर निर्भर करेगा और ऐसे संकेत हैं कि पूर्वानुमानित स्तर के मुकाबले वृद्धि धीमी रहेगी.
फिच रेटिंग्स की ताजा वैश्विक आर्थिक परिदृश्य रपट के मुताबिक उभरते एशिया में मध्यम अवधि में अपेक्षाकृत उच्च वृद्धि दर बरकरार रहेगी.फिच का मानना है कि चीन में ढांचागत नरमी बरकरार रहने के बावजूद उभरते एशिया के लिए 2017 तक वृद्धि निरंतर बढती रहनी चाहिए.

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