चेन्नई : आर्थिक हालात में सुधार के प्रति आश्वस्त, आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि देश में पूंजी निवेश जोर पकड रहा है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि मजबूत वृद्धि के लिए और नीतिगत सुधारों को लागू करने तथा अटकी परियोजनाओं की दिक्कतें दूर करने की जरुरत है. वृहद्आर्थिक रुझानों के आलोचनात्मक विश्लेषण के लिए प्रसिद्ध राजन ने हालांकि कहा कि मुख्य तौर पर वैश्विक कारकों के मद्देनजर निर्यात में नरमी चिंता का विषय बना हुआ है.
आरबीआई के निदेशक मंडल की यहां बैठक के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा ‘मैं कहूंगा कि अर्थव्यवस्था जोर पकड रही है. हमें पूंजी निवेश बढने के कुछ संकेत दिख रहे हैं. कुछ अटकी परियोजनाओं को लीक पर लाने की जरुरत है और सरकार इसका समाधान करने की कोशिश कर रही है.’
राजन ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था निरंतर सुधार की प्रक्रिया में है. उन्होंने कहा ‘क्या हम तेज वृद्धि दर्ज करना चाहेंगे? हां, निश्चित तौर पर. लेकिन हमें दिक्कतों और उन क्षेत्रों पर काम करना है जहां हमें सुधार करना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वृद्धि सशक्त और सतत हो.’
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल कहा था कि भारत छह-आठ प्रतिशत की मौजूदा वृद्धि दर से संतुष्ट नहीं है और देश 8-10 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि चाहता है ताकि गरीबी दूर करने का लक्ष्य हासिल किया जा सके.
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