नयी दिल्ली : वैश्विक स्तर पर मोबाइल उपकरणों के जरिये ई-कामर्स कारोबार 2018 तक 638 अरब डालर पर पहुंच जाएगा. उद्योग मंडल एसोचैम के एक अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है. अध्ययन में कहा गया है कि विभिन्न मोबाइल उपकरणों पर ई-कामर्स एप्लिकेशंस होने की वजह से बिक्री बढाने में मदद मिल रही है.
इसमें कहा गया है कि फ्लिपकार्ट, आमेजन व जबॉन्ग जैसी ई-रिटेलर कंपनियों के कारोबार में 50 प्रतिशत हिस्सा मोबाइल फोन के जरिये की जाने वाली शॉपिंग का है. एसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने कहा भविष्य के संबंध में विश्लेषण से ई-रिटेलर कंपनियां तात्कालिक आधार पर बेहतर साल्यूशंस उपलब्ध करा पा रही हैं.
इससे मोबाइल स्क्रीन पर भी बेहतर अनुभव मिल पा रहा है. अध्ययन में कहा गया है कि गूगल ग्लाव व एप्पल वॉच जैसे वीयरेबल्स की वजह से भी ग्राहकों की पहुंच बढ रही है. एसोचैम ने कहा है कि ई-रिटेलर्स कंपनियां इस तरह के घटनाक्रमों पर नजर रख रही हैं.
हालांकि, अभी सिर्फ शहरी क्षेत्रों में ही ऐसा देखने को मिला रहा है. इंटरनेट पहुंच बढने व स्मार्टफोन का उपयोग बढने से ई-मार्केटप्लेस उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज कर रहे हैं. इंटरनेट आधारित हैंडसेटों से उपभोक्ताओं को एक विशिष्ट प्रकार का शॉपिंग अनुभव मिल रहा है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.