नयी दिल्ली : बजाज आटो के चेयरमैन राहुल बजाज ने कहा है कि सरकार के राष्ट्रीय आय के नए अनुमान ने ‘कइयों को भ्रम में डाल दिया है’ और आर्थिक गतिविधि की वृद्धि का इसका मापदंड जमीनी हकीकत से अलग है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) द्वारा पेश की गयी नयी अवधारणा सकल-मूल्यवर्धन (जीवीए) में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर का आर्थिक गतिविधि और उद्योग में जो घटित हो रहा है, उसके बीच तालमेल बिठाना चुनौतीपूर्ण है.
उन्होंने कंपनी के शेयरधारकों को अपने सालाना संबोधन में कहा, ‘सरकार के सीएसओ द्वारा जारी नये राष्ट्रीय आय अनुमानों ने कइयों को भ्रम में डाल दिया है. उन्होंने कहा कि इन आंकडों से पता चलता है कि वर्ष 2014-15 में सकल मूल्यवर्धन 7.5 प्रतिशत बढा जो 2013-14 में 6.6 प्रतिशत था. इससे लगता है कि इसमें से ज्यादातर अतिरिक्त वृद्धि सेवाओं के अधिक योगदान के चलते हुई.
बजाज ने कहा, ‘मैं न ही अर्थशास्त्री हूं और न ही सांख्यिकीविद्. हालांकि एक उद्योगपति के तौर पर मैं जीवीए में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि का उद्योग में आज जो घटित हो रहा है, उससे तालमेल बिठाना चुनौतीपूर्ण पाता हूं.’
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