म्यूचुअल फंड योजनाओं से जून में 25,000 करोड रुपये की निकासी
नयी दिल्ली : निवेशकों ने जून महीने में म्यूचुअल फंड की विभिन्न योजनाओं से 25,000 करोड रुपये से कुछ अधिक राशि निकाली है. बाहर निकली राशि में मुद्रा बाजार से जुडी योजनाओं का अधिक योगदान रहा है. इससे पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) में म्यूचुअल फंड उत्पादों में 1.12 लाख करोड रुपये का निवेश किया गया. […]
नयी दिल्ली : निवेशकों ने जून महीने में म्यूचुअल फंड की विभिन्न योजनाओं से 25,000 करोड रुपये से कुछ अधिक राशि निकाली है. बाहर निकली राशि में मुद्रा बाजार से जुडी योजनाओं का अधिक योगदान रहा है. इससे पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) में म्यूचुअल फंड उत्पादों में 1.12 लाख करोड रुपये का निवेश किया गया.
भारतीय म्यूचुअल फंड एसोसिएशन के आंकडों के मुताबिक पिछले महीने निवेशकों ने म्यूचुअल फंड योजनाओं से 25,085 करोड रुपये की निकासी की. उद्योग जगत से जुडे सूत्रों के मुताबिक निवेशकों ने तरल और मुद्रा बाजार से जुडे उत्पादों से अधिक पूंजी निकाली है, हालांकि इक्विटी योजनाओं को लेकर उनका विश्वास बेहतर बना हुआ है.
इक्विटी और इक्विटी से जुडी योजनाओं में पिछले माह 12,273 करोड रुपये का अंतरप्रवाह हुआ. ड्यूश बैंक इक्विटी रिसर्च-एशिया के मुताबिक किसी एक माह में यह इक्विटी में दूसरा सर्वाधिक निवेश है. इससे पहले जनवरी 2008 में इक्विटी योजनाओं में 13,700 करोड रुपये निवेश हुआ था.
जून माह के दौरान नकदी अथवा मुद्रा बाजार श्रेणी से जुडी योजनाओं से 47,330 करोड रुपये की पूंजी निकाली गई जबकि गोल्ड ईटीएफ से 76 करोड रुपये की निकासी की गई. देश में कुल मिलाकर 44 म्यूचुअल फंड हैं और उनके प्रबंधनाधीन कुल 11.73 लाख करोड रुपये की औसत परिसंपत्तियां हैं.
विशेषज्ञों की मानें तो मई और जून का महीना शेयर बाजार के लिए काफी उतार चढाव भरा रहा. इससे निवेशकों का उत्साह प्रभावित होता है. ऐसे में निवेशक मुनाफावसूली के तहत अपने पैसे बाजार से निकालना शुरू कर देते हैं. यह उसी कारण से हुआ है. उसके बाद ग्रीस संकट भी मुनाफावसूली के कारणों में शामिल था.
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