2.8 प्रतिशत गिरा एचसीएल टेक की चौथी तिमाही का मुनाफा
नयी दिल्ली : भारत की चौथी सबसे बडी साफ्टवेयर सेवा कंपनी एचसीएल टेक्नोलाजीज का मुनाफा 30 जून 2015 को समाप्त चौथी तिमाही में 2.8 प्रतिशत गिरकर 1,783 करोड रुपये रह गया. एचसीएल टेक ने एक बयान में कहा कि कंपनी को पिछले साल इसी तिमाही में 1,834 करोड रुपये का मुनाफा हुआ था. अप्रैल से […]
नयी दिल्ली : भारत की चौथी सबसे बडी साफ्टवेयर सेवा कंपनी एचसीएल टेक्नोलाजीज का मुनाफा 30 जून 2015 को समाप्त चौथी तिमाही में 2.8 प्रतिशत गिरकर 1,783 करोड रुपये रह गया. एचसीएल टेक ने एक बयान में कहा कि कंपनी को पिछले साल इसी तिमाही में 1,834 करोड रुपये का मुनाफा हुआ था. अप्रैल से जून 2015 को समाप्त तिमाही के दौरान एचसीएल टेक की एकीकृत आय 16.1 प्रतिशत बढकर 9,777 कोड रुपये हो गई जो अमेरिकी गैप (जीएएपी) लेखा पद्धति के मुताबिक पिछले साल की इसी तिमाही में 8,424 करोड रुपये थी.
कंपनी जुलाई से जून के वित्त वर्ष के आधार पर कारोबार करती है. एचसीएल टेक के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अनंत गुप्ता ने कहा ‘एचसीएल ने एक बार फिर उक्त वित्त वर्ष के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन किया है.’ जून 2015 में समाप्त पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का मुनाफा 13.9 प्रतिशत बढकर 7,254 करोड रुपये हो गया जो 2013-14 में 6,369 करोड रुपये था. वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान आय 12.6 प्रतिशत 37,061 करोड रुपये हो गई जो पिछले वित्त वर्ष के दौरान 32,917 करोड रुपये थी.
वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का अमेरिकी राजस्व तिमाही आधार पर 0.2 फीसदी से बढ़कर 5.1 फीसदी हो गया है. वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का यूरोपियन राजस्व तिमाही आधार पर 4.4 फीसदी से घटकर 0.1 फीसदी हो गया है. वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का इंफ्रा मैनेजमेंट सर्विस राजस्व ग्रोथ तिमाही आधार पर 3.1 फीसदी से बढ़कर 5.2 फीसदी हो गयी है.
वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का इंजीनियरिंग एंड आरएंडडी राजस्व ग्रोथ 4.6 फीसदी से घटकर 1.9 फीसदी हो गयी है. वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का बाकी विश्व का राजस्व तिमाही आधार पर 10.6 फीसदी से घटकर -0.1 फीसदी हो गया है. वित्त वर्ष 2015 में एचसीएल टेक का राजस्व साल दर साल आधार पर 12.6 फीसदी बढ़कर 37,061 करोड़ रुपये हो गया है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.