मुंबई : भारतीय स्टेट बैंक का शुद्ध लाभ 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में 5.9 प्रतिशत बढकर 4,713.57 करोड रुपये हो गया. डूबंत ऋणों में कमी आने के चलते बैंक का मुनाफा बढा है. देश के सबसे बडे बैंक एसबीआइ ने पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 4,448.15 करोड रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ दर्ज किया था. अप्रैल से जून 2015 तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय एक साल पहले के 60,620.93 करोड रुपये से बढकर 62,927.46 करोड रुपये हो गई.
आलोच्य तिमाही में फंसे कर्ज के लिए बैंक का प्रावधान घटकर 3,358.58 करोड रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3,903.41 करोड रुपये था. साथ ही एसबीआइ की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 4.29 प्रतिशत पर आ गईं जो पिछले साल की इसी अवधि में 4.90 प्रतिशत थीं. एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ आलोच्य तिमाही में 10.2 प्रतिशत बढकर 3,692.43 करोड रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3,349.08 करोड रुपये रहा था.
समीक्षाधीन अवधि में कुल आय बढकर 44,730.87 करोड रुपये रही जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 40,739.21 करोड रुपये थी. मूल्य के लिहाज से एसबीआइ का सकल एनपीए घटकर 56,420.77 करोड रुपये (कुल ऋण का 4.29 प्रतिशत) रहा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 60,434.24 करोड रुपये (ऋण का 4.90 प्रतिशत) था. आलोच्य तिमाही में बैंक का शुद्ध एनपीए भी घटकर 28,669.14 करोड रुपये (2.24 प्रतिशत) रहा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 31,883.80 करोड रुपये (2.66 प्रतिशत) था.
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