मुंबई: वैश्विक मंदी की आशंका बने रहने के कारण शेयर बाजार में गिरावट आने के अनुरुप रपया आज अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 82 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 66.65 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो एक दिन की सबसे बडी गिरावट को दर्शाता है.विदेशों में डॉलर में कमजोरी के बावजूद चीन के शेयरों में घबराहटपूर्ण बिकवाली ने उभरते बाजार की मुद्राओं में हलचल ला दी.
पूंजी की सतत निकासी के मद्देनजर अमेरिकी ब्याज दर में वृद्धि के बढते जोखिम के बीच आयातकों और सरकारी बैंकों के डॉलर मांग के कारण रपया दो वर्ष के ताजा निम्न स्तर को छू गया.इस बीच वित्तमंत्री अरुण जेटली और रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने आशंकाओं को दूर करने का प्रयास करते हुए कहा कि देश की व्यापक आर्थिक आधारभूत दशा पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा बेहतर है.
भारी डॉलर मांग के कारण अन्तर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रपया 66.47 रुपये प्रति डॉलर पर काफी कमजोर खुला और कारोबार के दौरान 66.74 रुपये प्रति डॉलर के निम्न स्तर को छूने के बाद अंत में 82 पैसे अथवा 1.25 प्रतिशत की गिरावट प्रदर्शित करता 66.65 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 1,624.51 अंक अथवा 5.94 प्रतिशत की गिरावट प्रदर्शित करता 25,741.56 अंक पर बंद हुआ.इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने संदर्भ दर 66.5093 रुपये प्रति डॉलर और 76.2729 रुपये प्रति यूरो निर्धारित किया था.पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले रुपये में गिरावट आई.
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