सोमवार के भारी गिरावट के बाद संभला बाजार, सेंसेक्स 291 अंक उछला, निफ्टी 7,881 पर
मुंबई : बंबई स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स कल सोमवार की गिरावट के बाद आज संभल गया है. बीएसई 30 का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स आखिरी समय में 291 अंक उछलकर 26,032 अंक पर पहुंच गया है. इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 72 अंको की तेजी के साथ 7,881 अंक पर बंद हुआ. मिडकैप और स्मॉलकैप […]
मुंबई : बंबई स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स कल सोमवार की गिरावट के बाद आज संभल गया है. बीएसई 30 का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स आखिरी समय में 291 अंक उछलकर 26,032 अंक पर पहुंच गया है. इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 72 अंको की तेजी के साथ 7,881 अंक पर बंद हुआ. मिडकैप और स्मॉलकैप के शेयरों में भी तेजी देखने को मिली. मिडकैप के शयर 200 से ज्यादा अंक उछलकर बंद हुए. वहीं स्मॉलकैप के शेयर 106 अंकों की तेजी के साथ 10,695 अंक पर बंद हुए. दोपहर के कारोबार में शुरुआती सत्र में भारतीय शेयर बाजार में थोडी रिकवरी देखने को मिली, लेकिन दिन के 11 बजे के बाद शेयर बाजार फिर गिरने लगे. भाारतीय शेयर बाजार के दोनों अहम सूचकांक लगभग पौने दो प्रतिशत की गिरावट पर कारोबार कर रह हैं. दिन के 12 बजे के आसपास सेंसेक्स जहां 400 अंक गिर चुका था, वहीं निफ्टी में 133 अंक की गिरावट आयी थी.
बाजार का शुरुआती सत्र
विश्व भर के बाजारों में बड़ी गिरावट के जहां सेंसेक्स सोमवार के कारोबार में 1600 अंकों से ज्यादा टूट गया, वहीं आज बाजार की रौनक लौटती नजर आ रही है. प्री ओपेन सेशन में 100 अंकों की बए़त दर्ज करने के बाद सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 300 से अधिक अंक उछल गया है. रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के आश्वासन के बाद बीएसई 30 के शेयरों में लिवाली देखने को मिल रही है.
शुरुआती सत्र में भारतीय बाजारों में लौटी रौनक के तहत 313.22 की बढ़त के साथ 26000 के पार चला गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी प्री ओपेन सेशन में 100 अंकों की उछाल पर था. लेकिन शुरुआती कारोबार में यह बढत बरकरार नहीं रह सकी. फिर भी लगभग एक फीसदी बढ़त के साथ 7,891 अंकों पर कारोबार कर रहा है. मिडकैप और स्मॉलकैप में 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की जा रही है. मिडकैप के शेयरों 209 अंकों की तेजी दर्ज की जा रही, वहीं 217 अंकों की तेजी के साथ स्मॉलकैप 10,805 अंकों पर पहुंच गया है. कल ही बाजार में 1600 से ज्यादा अंकों की गिरावट दर्ज की गयी. इस गिरावट पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बाहरी कारणों से सेंसेक्स में इतनी बड़ी गिरावट आयी है. घरेलू कारक नहीं हैं. इससे निपटा जायेगा.
भारतीय शेयर बाजार के लिए कल का दिन ‘काला सोमवार’ साबित हुआ. आज भारतीय बाजार में प्री-ओपन सेशन में सेंसेक्स 100 अंक चढ़ गया है. इधर , आज भी एशियन बाजार गिरावट के साथ खुले इसलिए अब भारतीय निवेशक शेयर बाजार पर टकटकी लगाये बैठे हैं. चीन की आर्थिक मंदी का असर आज भी दुनिया के बाजारों में अपनी छाप छोड़ रहा है. मंगलवार की शुरूआत के साथ ही जापान के शेयर बाजार में गिरावट देखी गयी.
वहीं चीनी बाजार में भी आज गिरावट जारी है. मंगलवार की सुबह ही शंघाई कंपोजिट 6 फीसदी लुढ़क गया जिसका असर जापान पर दिखा. टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज भी पहले साढ़े तीन प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी हालांकि कुछ ही देर बाद यह संभलकर 1.2 फीसदी चढ़ गया.
दुनिया के तमाम बाजारों से मिले खराब संकेतों का असर सोमवार को भारत पर भी पड़ा और घरेलू शेयर बाजारों में कोहराम मच गया. तेज गिरावट के साथ खुले घरेलू शेयर बाजार भारी गिरावट साथ बंद हुए. बीएसइ का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 1624.51 अंक की भारी गिरावट के साथ 25,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ कर 25,741.56 पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसइ) का निफ्टी 491 अंक गिर कर 7809 पर बंद हुआ.
पूरे कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में करीब छह फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी. सेंसेक्स में यह सात सालों में सबसे बड़ी और अब तक की चौथी सबसे बड़ी गिरावट है. एक दिन में शेयर मार्केट निवेशकों को करीब सात लाख करोड़ रुपये से ज्यादा नुकसान हुआ है. बीएसइ के सभी सेक्टरों में जम कर बिकवाली रही. यही नहीं, डॉलर के मुकाबल रुपया भी फिसला है. उधर चीन का बाजार जहां सोमवार कोआठ फीसदी से ज्यादा टूट कर बंद हुआ, तो जापान, ताइवान और हांगकांग के बाजारों में पांच फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गयी.
कलइन शेयरों में दर्ज की गयी बड़ी गिरावट
रियल्टी, बैंकिंग, मेटल, इंफ्रा और एनर्जी सेक्टर के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गयी. इनके शेयर यह 6 से 11 फीसदी तक टूट गये हैं. इससे पहले जनवरी 2008 में सेंसेक्स 2272 और 2062 अंक की दो सबसे बड़ी गिरावट देख चुका है.
सात लाख करोड़ से धोना पड़ा हाथ
निवेशकों के सात लाख करोड़ रुपये से अधिक डूब गये. निवेशकों की पूंजी का आकलन सभी लिस्टेड स्टॉक की कुल वैल्यूएशन के आधार पर किया जाता है. सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों का मार्केट कैपिटाइलेजशन भी घटा है. बीएसइ के बेंचमार्क इंडेक्स में यह साढ़े सात साल की सबसे बड़ी गिरावट है.
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