मुद्रास्फीति आने वाले महीनों में नीचे आयेगी : मोंटेक

नयी दिल्ली: योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने स्वीकार किया कि मुद्रास्फीति फिलहाल उंची है पर उनका मानना है कि एकाध महीने में महंगाई दर नीचे आएगी.उन्होंने कहा कि प्याज जैसी वस्तुओं के दाम पहले ही घटने लगे हैं. मोंटेक ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘‘मैं सहमत हूं कि मुद्रास्फीति दर अभी भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2013 6:06 PM

नयी दिल्ली: योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने स्वीकार किया कि मुद्रास्फीति फिलहाल उंची है पर उनका मानना है कि एकाध महीने में महंगाई दर नीचे आएगी.उन्होंने कहा कि प्याज जैसी वस्तुओं के दाम पहले ही घटने लगे हैं.

मोंटेक ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘‘मैं सहमत हूं कि मुद्रास्फीति दर अभी भी उंची है, लेकिन यह एकाध महीने में नरम पड़ जायेगी.’’ प्याज के साथ साथ दूसरी सब्जियों के उंचे दाम से थोक मूलय सूचकांक के आधार पर तय होने वाली मुद्रास्फीति लगातार चौथे महीने बढ़ती हुई सितंबर माह में 6.46 प्रतिशत हो गई. अहलूवालिया ने कहा खाद्य वस्तुओं में मुद्रास्फीति की मुख्य वजह अनाज और प्याज के उंचे दाम रही है. प्याज के उंचे दाम अल्पकालिक समस्या है और यह अक्तूबर में पहले ही शांत पड़ने लगी है. अक्तूबर के आंकड़े जब आयेंगे तो यह काफी बेहतर होंगे.

उन्होंने कहा ‘‘सरकार ने अपने गोदाम से कुछ स्टॉक निकालने का काम शुरु किया है ताकि मूल्यों पर बने दबाव को कम किया जा सके. इसका असर हम आने वाले सप्ताहों में देखेंगे.’’ ईंधन के उंचे दाम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा ‘‘यह बताता है कि हम ईंधन के दाम उनके अंतरराष्ट्रीय मूल्यों के अनुरुप कर रहे हैं.’’ अहलूवालिया ने कहा कि आपूर्ति बेहतर होने के बावजूद दाम नीचे नहीं आ रहे हैं और सरकार को इस पर नियंत्रण लाना चाहिये. ‘‘खाद्य सुरक्षा अधिनियम में दाम नियंत्रित हैं, लेकिन हमें इनके बाजार मूलय भी नियंत्रित करने चाहिये. इसके लिये अतिरिक्त खाद्यान्न भंडार को बाजार में लाया जाना चाहिये.’’ उन्होंने कहा कि इसके लिये एक समिति गठित की गई है जो यह तय करती है कि अतिरिक्त खाद्यान्न भंडार को कब बाहर निकाला जाना चाहिये, इसका परिणाम अगले एक दो सप्ताह में दिखेगा.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version