एक साल के निचले स्तर पर पहुंचा भारतीय शेयर बाजार, सेंसेक्स 586 अंक गिर कर 25696 पर बंद

मुंबई : घरेलू शेयर बाजार में आज जोरदार गिरावट दर्ज की गयी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 587 अंक लुढककर एक साल के नम्नि स्तर 25,696.44 अंक पर पहुंच गया. कमजोर घरेलू एवं वैश्विक वृहत आर्थिक आंकडों के कारण बिकवाली दबाव से बाजार में गिरावट दर्ज की गयी. सरकार द्वारा कल जारी आंकडों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2015 9:56 AM

मुंबई : घरेलू शेयर बाजार में आज जोरदार गिरावट दर्ज की गयी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 587 अंक लुढककर एक साल के नम्नि स्तर 25,696.44 अंक पर पहुंच गया. कमजोर घरेलू एवं वैश्विक वृहत आर्थिक आंकडों के कारण बिकवाली दबाव से बाजार में गिरावट दर्ज की गयी.

सरकार द्वारा कल जारी आंकडों के अनुसार जून तिमाही में जीडीपी(सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 7.0 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व तिमाही में 7.5 प्रतिशत थी. इसके अलावा इस रपट का भी बाजार की धारणा पर असर पडा कि एक निजी सर्वे में चीन में विनर्मिाण क्षेत्र का उत्पादन घटकर तीन साल के नम्नि स्तर पर पहुंचने की बात सामने आयी है. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स में शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गयी और यह सूचकांक धीरे-धीरे 26,000 अंक की सीमा को तोडते हुए के नीचे 25,579.88 अंक तक गिर गया था. लेकिन बाद में यह थोडा सुधरा और यह 586.65 अंक या 2.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,696.44 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का नफ्टिी भी 185.45 अंक या 2.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,800 अंक के नीचे 7,785.85 अंक पर बंद हुआ.

बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गयी. बैंक, धातु, रीयल्टी, पूंजीगत सामान, सार्वजनिक उपक्रम, वाहन, उपभोक्ता टिकाउ, तेल एवं गैस, बिजली, रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, स्वास्थ्य तथा आईटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की गयी.

चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्च द्वारा नीतिगत दर में संभावित वृद्धि से दुनिया भर के बाजार दबाव में रहे.

चीन के सांख्यिकी ब्यूरो ने कहा कि विनर्मिाण गतिविधियों को बताने वाला परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) पिछले महीने 49.7 रहा जो अगस्त 2012 के बाद सबसे कम है. इससे शंघाई कंपोंजिट 1.23 प्रतिशत नीचे आ गया. घरेलू बाजार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 29 नुकसान में रहे. एक मात्र सन फार्मा का शेयर बढत में रहा.

दोपहर का हाल

कारोबार बंद होने से पहले चले बिकवाली के दौर के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 700 अंक टूट गया. वहीं सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के उम्मीद से कमजोर आंकड़ों और वैश्विक शेयर बाजारों में बिकवाली से नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी टूटकर 7,800 अंक से नीचे आ गया. चीन के विनिर्माण के आंकडे तीन साल के निचले स्तर पर आने से भी धारणा प्रभावित हुई. जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर सात प्रतिशत रही है, जो इससे पिछली तिमाही में 7.5 प्रतिशत रही थी. कृषि, सेवा और विनिर्माण क्षेत्रों में सुस्ती के रुख से जीडीपी की वृद्धि दर नीचे आई. कारोबार के मध्य में बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 703.21 अंक या 2.67 प्रतिशत के नुकसान से 25,579.88 अंक पर आ गया. शुरुआती कारोबार में ही यह 26,000 अंक से नीचे आ गया था.

उल्‍लेखनीय है कि चीन की मुद्रा में आयी गिरावट से चीन का बाजार पिछले सप्‍ताह सोमवार को काफी नीचे गिर गया था. इसका असर भारतीय बाजारों पर भी दिखा और सेंसेक्‍स में 1600 की ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गयी थी. इस गिरावट के बाद सेंसेक्‍स बाद के सत्रों में काफी सुधरा था. विशेषज्ञों का मानना है कि सेंसेक्‍स में आज की गिरावट मुनाफावसूली और बिकवाली दबाव के कारण देखने को मिल रही है.

बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज के प्रमुख इंडेक्‍स सेंसेक्‍स में गिरावट सिलसिला थम नहीं रहा है. सेंसेक्‍स आज 280 अंकों की गिरावट के साथ खुला. शुरुआती कारोबार में रिकवर के बाद भी सेंसेक्‍स में 184 अंकों की गिरावट देखी गयी. सेंसेक्‍स 26,099 अंकों पर कारोबार कर रहा है. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का प्रमुख इंडेक्‍स निफ्टी बिकवाली दबाव के कारण मनोवैज्ञानिक स्‍तर 8000 के नीचे चल रहा है. निफ्टी में 66 अंकों की गिरावट दर्ज की जा रही है. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयरों में भी बिकवाली हावी है और दोनों ही 50 से ज्‍यादा अंकों की गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं.

विशेषज्ञों की मानें तो आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट का असर बाजार पर साफ नजर आ रहा है. इस माह जारी आंकड़ों के अनुसार जीडीपी दर 7 फीसदी है, जो पिछले महीनें 7.5 फीसदी पर था. सोमवार को भी सेंसेक्‍स गिरावट के साथ खुला था और बंद भी नुकसान पर ही हुआ था. मानसून को लेकर चिंता तथा रुपये की विनिमय दर में गिरावट से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 109 अंक नीचे आ गया. वहीं नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 8,000 अंक के नीचे चला गया.

जीडीपी की आंकडा जारी होने से पहले यह गिरावट दर्ज की गयी. कारोबारी समय के बाद जारी जीडीपी आंकडों के अनुसार आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 7 प्रतिशत रही जो मार्च तिमाही में 7.5 प्रतिशत थी. मानूसन की प्रगति को लेकर चिंता बनी हुई है. अल-नीनो प्रभाव के मजबूत होने के साथ सितंबर में बारिश प्रभावित हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार देश में अबतक 12 प्रतिशत कम बारिश हुई है. इससे सूखे की आशंका बढी है.

विदेशी विनिमय बाजार में डालर के मुकाबले रुपया 66.14 पर आ गया जिससे बिकवाली दबाव बढा. तीस शेयरों वाला बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 26,469.42 अंक के सकारात्मक दायरे में खुला और एक समय दिन के उच्च स्तर 26,504.73 अंक तक चला गया. हालांकि बाद में इसमें गिरावट आयी और यह 26,215.16 अंक के निम्न स्तर तक चला गया. अंत में यह 109.29 अंक या 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,283.09 अंक पर बंद हुआ.

पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 677.72 अंक मजबूत हुआ था. इसी प्रकार, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 30.65 अंक या 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,000 अंक के नीचे 7,971.30 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 8,043.60 से 7,947.95 अंक के दायरे में रहा.

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