मोर्गन स्टेनले ने अर्थिक वृद्धि अनुमान 7.9 से घटाकर 7.5 प्रतिशत किया
नयी दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि चालू वित्त वर्ष के दौरान 7.9 प्रतिशत से घटाकर अब 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है. मोर्गन स्टेनले की ताजा रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है. इसमें कहा गया है कि खराब मौसम और कमजोर बाह्य मांग से इसमें गिरावट की आशंका है. […]
नयी दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि चालू वित्त वर्ष के दौरान 7.9 प्रतिशत से घटाकर अब 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है. मोर्गन स्टेनले की ताजा रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है. इसमें कहा गया है कि खराब मौसम और कमजोर बाह्य मांग से इसमें गिरावट की आशंका है.
वैश्विक वित्तीय सेवाओं की इस कंपनी के अनुसार विदेशों से लगातार मांग कमजोर रहने और ग्रामीण क्षेत्रों में खपत पर खर्च कम होने के साथ साथ सरकार की पुनर्वितरण नीतियों में कटौती की वजह से सुधारों की गति में बाधा आ रही है.
मोर्गन स्टेनले रिपोर्ट के अनुसार वर्षा के रझान में हाल में आई कमी से कृषि उत्पादन वृद्धि को लेकर चिंता बढी है और इससे ग्रामीण क्षेत्रों में खपत प्रभावित होने की आशंका है.मोर्गन स्टेनले के लिये एशिया क्षेत्र के मुख्य अर्थशास्त्री चेतन ने एक शोध नोट में कहा है, इन बातों को देखते हुये हम वर्ष 2016 के लिये अपने वृद्धि के अनुमान को मामूली रुप से संशोधित कर (पहले के 7.9 प्रतिशत से: 7.5 प्रतिशत कर रहे हैं) और वित्त वर्ष 2017 के लिये इसे पहले के 8.4 प्रतिशत से कम करके 8.1 प्रतिशत कर रहे हैं. आर्थिक वृद्धि के अनुमान में संशोधन मुख्य रुप से कमजोर मानसून से कृषि उत्पादन पर पडने वाले असर और कमजोर बाह्य परिवेश की वजह से किया गया है.
मोर्गन स्टेनले के अनुसार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि वर्ष 2014-15 के 7.3 प्रश्तिात से बढकर 2015-16 में 7.5 प्रतिशत और 2016-17 में और बढकर 8.1 प्रतिशत हो सकती है.
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