नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने रूस की दूसरी सबसे बडी तेल परियोजना में रोजनेफ्ट से 15 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है. ओएनजीसी ने वेंकोर तेल परियोजना में यह 15 फीसदी हिस्सेदारी 1.35 अरब डालर में खरीदी है. सूत्रों ने बताया कि तेल उत्खनन कंपनी ओएनजीसी की विदेश इकाई ओएनजीसी विदेश (ओवीएल) ने वेंकोर तेल परियोजना में 15 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदने के लिए मास्को में समझौते पर हस्ताक्षर किये. इस 15 फीसदी हिस्सेदारी से ओवीएल को एक साल में करीब 35 लाख टन तेल मिलेगा.
समझौते के नियमों के तहत ओवीएल को रोजनेफ्ट की अनुषंगी वेंकोरनेफ्ट के निदेशक मंडल में दो सीटें मिलेंगी. यही अनुषंगी वेंकोर फील्ड का परिचालन करती है. रोजनेफ्ट वेंकोर क्लस्टर के ढांचे पर पूरा नियंत्रण बनाए रखेगी. वर्ष 2009 में उत्पादन 2009 में शुरू हुआ और इसमें करीब 50 करोड टन तेल का भंडार होने का अनुमान है. ओवीएल के पास पहले से ही सखालिन-1 तेल व गैस फील्ड में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
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