नयी दिल्ली : रेटिंग एजेन्सी इंडिया रेटिंग ने आज कहा कि भले ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व नीतिगत दर में बढोतरी करे, रिजर्व बैंक अपनी आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में चौथाई प्रतिशत की कटौती करने पर विचार करेगा. रेटिंग व अनुसंधान फर्म ने कहा, ‘हमें 29 सितंबर, 2015 को रेपो दर में 25 आधार अंक की कटौती किये जाने की उम्मीद है. हमारा मानना है कि आरबीआइ इस महीने दरें घटाने पर विचार करेगा, भले ही फेडरल रिजर्व दर में वृद्धि करे या न करे.’
अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति की निम्न दर और आकर्षक वास्तविक ब्याज दर को देखते हुये रिजर्व बैंक के पास दर में कटौती की काफी गुंजाइश है. यदि फेडरल रिजर्व फंड अपनी दर में 0.25 प्रतिशत वृद्धि करता है और मुद्रा में घटबढ होती है तब भी रिजर्व बैंक के पास दर में कटौती कर सकता है, हालांकि तब उसके पास भारतीय रुपये को बचाने के लिये गुंजाइश कुछ कम होगी.
अनुसंधान फर्म के अनुसार, ‘यदि फेडरल रिजर्व सामान्यीकरण प्रक्रिया में और देरी करती है, तो रिजर्व बैंक के पास गुंजाइश अधिक होगी, हालांकि रिजर्व बैंक भविष्य की घटबढ के लिये इसमें कुछ बचा सकता है.’
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